अजय मिश्रा ने कंगना रनौत के बयान पर दी प्रतिक्रिया, 'असली आजादी 1947 में ही मिली'
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा (ajay mishra) इन दिनों लखीमपुर कांड (lakhimpur kheri case) को लेकर चर्चा में हैं. इस बीच फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के बयान को लेकर जो विवाद चल रहा है उसपर अजय मिश्रा की प्रतिक्रिया आई है. फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा था कि 1947 वाली आजादी भीख में मिली थी और असली आजादी 2014 में मिली है. इसपर सवाल पूछे जाने पर अजय मिश्रा ने कहा कि असली आजादी 1947 में ही मिली थी और यह विषय ऐसे लोग उठाते हैं जिनके सोचने समझने की हैसियत उतनी ही है.
यूपी विधानसभा चुनाव पर भी अजय मिश्रा ने बात की गई. कांग्रेस और प्रियंका गांधी पर उन्होंने निशाना साधा. वह बोले कि कांग्रेस हर बार चुनाव जीतने के बड़े दावे करती है लेकिन नतीजे क्या होते हैं वे सबने देखे हैं. अजय मिश्रा फिलहाल वाराणसी में हैं. वह वहां शनिवार को होने वाले हिंदी राजभाषा के अखिल भारतीय कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. बातचीत में अजय मिश्रा से लखीमपुर कांड पर भी सवाल किया गया. दरअसल, बेलेस्टिक रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि अजय के बेटे आशीष मिश्रा की बंदूक से गोली चली थी. इससे जुड़े सवाल पर अजय मिश्रा ने कहा कि बेलेस्टिक रिपोर्ट हो या फिर जांच रिपोर्ट किसी में भी सरकार का हस्तक्षेप नहीं है. एजंसियां स्वतंत्र हैं और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.
कांग्रेस पार्टी की ओर से लगातार इस्तीफे की मांग हो रही है. क्या अजय मिश्रा नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देंगे? इसपर उन्होंने कहा कि जब तक जांच हो रही है तो इस तरह के सवालों का कोई औचित्य नहीं है. वह बोले, 'जांच एजेंसी जांच कर रही हैं और न्यायालय में मामला हैं इसलिए जो भी होगा वह ठीक होगा.' 2022 में कांग्रेस कि प्रियंका गांधी की ओर से सरकार बनाने के दावे के सवाल के जवाब में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ने कहा कि वह 2014, 2017, 2019 में भी कह रही थीं कि सरकार बना रहे हैं लेकिन आपने परिणाम देख लिया. सिर्फ एक-दो सीट ही रही और अबकी बार वे भी चली जाएगी.
अजय मिश्रा ने राहुल गांधी पर भी तंज कसा. राहुल गांधी के हिंदू और हिंदुत्व में फर्क बताने वाले बयान पर अजय मिश्रा से सवाल पूछा गया था. इसपर वह बोले कि उनके बारे में मैं कुछ गंभीरता से नहीं कह सकता क्योंकि उनको कोई गंभीरता से लेता ही नहीं है. उनके विषय पर मैं कुछ कहना नहीं चाहता.