कृषि विभाग तैयार करेगा 15000 क्विंटल ए-ग्रेड गेहूं बीज

Update: 2024-05-17 10:22 GMT
ऊना। प्रदेश के कृषि प्रधान जिला ऊना से हिमाचल के विभिन्न जिलों में गेहूं की पैदावार के लिए 15000 क्विंटल से अधिक ए-गे्रड गेहूं से कृषि विभाग बीज तैयार करेगा। इसके लिए विभाग अपनी प्रयोगशालाओं में ए-ग्रेड की गेहूं का ट्रीटमेंट कर उच्च स्तर का बीज तैयार करेगा। इसके लिए कृषि विभाग जिला ऊना के टकारला व पेखूबेला में स्थापित ग्रेडिंग सेंटरों में पंजीकृत किसानों से गेहूं की ए-ग्रेड की फसल की खरीद कर रहा है। कृषि विभाग के पास ऊना में करीब 244 ऐसे पंजीकृत किसान हैं, जो कृषि विभाग से उच्चतम किस्म का बीज लेकर गेहूं की फसल की बिजाई करता है और विभागीय विशेषज्ञों व किसानों की विशेष देखरेख में तैयार हुए इस फसल को सैंपल पास करवाने के बाद ग्रेडिंग सेंटरों में लेकर पहुंचता है और वहां पर ग्रेडिंग सिस्टम के माध्यम से ए-ग्रेड की गेहूं को विभाग को बेच देता है। अब तक कृषि विभाग ने जिला ऊना के पंजीकृत 244 किसानों में से पहले चरण में लिए 84 सैंपल लिए हैं। इनमें से 82 किसानों के सैंपल पास हुए हैं।

शेष 160 किसानों के घर से एजेंसी व विभागीय टीम सैंपल एकत्रित कर रही है। बता दें कि पंजीकृत किसानों से लिए इन सैंपल को एकत्रित कर एजेंसी की टीम कृषि विभाग के पालमपुर रिसर्च सेंटर में भेजेगी, जहां से गेहूं की फसल की ग्रेड की रिपोर्ट मिलेगी। उस रिपोर्ट के मिलने के बाद ही जमींदारों की गेहूं की फसल की सही ग्रेड के बारे में पता चल पाएगा कि पंजीकृत किसानों की गेहूं की फसल कितनी बेहतर और वह कौन सी ग्रेड का है, ताकि उसे ग्रेडिंग के बाद कृषि विभाग अपनी लैब में ट्रीटमेंट के बाद अगली फसल के लिए बीज तैयार कर सके। कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिला ऊना में 35,514 हेक्टेयर भूमि में गेहूं की फसल की पैदावार होती है। कृषि विभाग जिला ऊना के उपनिदेशक डा. कुलभूषण धीमान ने कहा कि जिला ऊना से हर वर्ष कृषि विभाग प्रदेश के विभिन्न जिलों के लिए बीज तैयार करने को ए-ग्रेड की गेहूं की खरीदारी करता है। इस सीजन में भी 15000 क्विंटल से अधिक ए-ग्रेड गेहूं की खरीदारी करेगा। इसमें से 9000 क्विंटल प्रदेश के जिलों के लिए प्रयोग में लाई जाएगी और 6000 क्विंटल गेहूं से जिला के किसानों के लिए बीज तैयार किया जाएगा।
Tags:    

Similar News