नई दिल्ली: ताजमहल (Taj Mahal) परिसर में स्थित मस्जिद में बुधवार को सीआईएसएफ ने चार युवकों को नमाज पढ़ते हुए पकड़ा. ये चारो युवक परिसर में बनी मस्जिद में नमाज पढ़ रहे थे. जबकि मस्जिद में केवल शुक्रवार को ही नमाज पढ़ने की इजाजत है. CISF ने चारो युवक को ताजगंज पुलिस के हवाले कर दिया है. चारों ही युवक ताजमहल देखने के लिए यहां आए थे. इसमें से तीन युवक हैदराबाद के हैं और एक आजमगढ़ का निवासी है. घटना शाम करीब पौने सात बजे की है. शुक्रवार को ताजमहल में सिर्फ स्थानीय लोगों को आईडी दिखाने के बाद नमाज के लिए प्रवेश दिया जाता है.
ताजमहल में शुक्रवार यानि जुम्मे की नमाज के अलावा और किसी दिन नमाज नहीं पढ़ी जाती है. इस मामले में इंस्पेक्टर ताजमहल भूपेंद्र बालियान ने बताया कि चारों युवक पुलिस हिरासत में हैं. चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कानूनी कार्रवाई की जा रही है. पकड़े गए युवकों का कहना है कि उन्हें इस नियम की जानकारी नहीं थी. ताजमहल घूमने आए थे. जानकारी होती तो वे ऐसा नहीं करते.
पुलिस का कहना है कि ताजमहल की आंतरिक सुरक्षा CISF के पास है. सीआईएसएफ ने युवकों को पकड़ा है. पुलिस ने कहा कि युवकों ने ताजमहल पर इस तरह का काम किया है.जिससे वहां का माहौल खराब हो सकता था. दूसरे लोग इसी बात का मुद्दा बना सकते हैं. इसलिए मुकदमा लिखकर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. युवकों के परिजनों को कानूनी कार्रवाई की जानकारी दी जाएगी. ताकि वे उनकी जमानत ले सकें. पुलिस पकड़े गए युवकों के प्रमाणपत्रों का भी सत्यापन करा रही है. वे कहां ठहरे थे. कब आए थे. इसकी भी तस्दीक कराई जा रही है.
आगरा निवासी सिटीजन फोरम संस्था के अध्यक्ष उमेश चंद्र वर्मा ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रदीप कुमार सिंह की कोर्ट में एक परिवाद दायर किया है. इसमें कहा गया है कि शाहजहां के 367वें उर्स के दौरान ताजमहल में तीन दिन तक निशुल्क प्रवेश रखा गया. ताजमहल पर इस दौरान भीड़ उमड़ी जिससे ताज को नुकसान पहुंचा है. परिवाद में अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल के साथ ही अन्य लोगों के खिलाफ थाना ताजगंज में मुकदमा दर्ज करने के आदेश की मांग की गई है.