लखनऊ: भारतीय सेना में अग्निपथ योजना के तहत काम कर चुके युवाओं को उत्तर प्रदेश सरकार नौकरियों में प्राथमिकता देगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को यह घोषणा की। सीएम योगी ने कहा कि भारतीय सेना में सेवा देने के बाद अग्निवीरों को यूपी पुलिस और उससे जुड़ी अन्य सेवाओं में प्राथमिकता दी जाएगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को जल, थल और वायुसेना में 4 साल के लिए अग्निवीरों की भर्ती की घोषणा की थी।
अग्निपथ योजना के तहत तीनों सेनाओं में साढ़े 17 साल से लेकर 21 साल तक की उम्र के युवाओं की भर्ती की जाएगी। यह भर्ती चार साल के लिए होगी। 10वीं और 12वीं पास युवा आवेदन कर सकेंगे। अग्निपथ योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा। इन अग्निवीरों की सेवा चार साल बाद खत्म हो जाएगी। अगर सेना में वैकेंसी होगी तो इनमें से कुछ युवाओं को योग्यता के आधार पर रिटेन किया जाएगा।
अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सेना से रिटायर होने वाले अग्निवीरों के राज्य में निकलने वाली भर्तियों में प्राथमिकता देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि इन युवाओं को यूपी पुलिस भर्ती और इससे संबंधित अन्य सेवाओं में प्राथमिकता दी जाएगी। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी अग्निवीरों को सीएपीएफ और असम राइफल्स में प्राथमिकता देने का फैसला लिया।