22 माह बाद सपा सांसद आजम खां के बेटा अब्दुल्ला आया जेल से बाहर
जिला कारागार में रामपुर के सपा सांसद आजम खां के साथ निरुद्ध उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम करीब 22 माह बाद शनिवार देर रात करीब 8:50 बजे रिहा हो गए
जिला कारागार में रामपुर के सपा सांसद आजम खां के साथ निरुद्ध उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम करीब 22 माह बाद शनिवार देर रात करीब 8:50 बजे रिहा हो गए। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस व अर्द्धसैनिक बलों के जवान तैनात रहे। उन्हें ले जाने के लिए जेल के भीतर सिर्फ एक गाड़ी को ही प्रवेश दिया गया था। इसी गाड़ी से अब्दुल्ला रामपुर स्थित अपने घर के लिए रवाना हो गए।
गौरतलब है कि 27 फरवरी 2020 को सांसद आजम खां, उनकी विधायक पत्नी तनजीम फातिमा व बेटा अब्दुल्ला आजम खां को रामपुर से सीतापुर कारागार में निरुद्ध किया गया था। पुलिस के मुताबिक आजम खां पर करीब 80 से अधिक मामले पुलिस ने दर्ज थे। उनके बेटे अब्दुल्ला पर 43 मुकदमे दर्ज थे। कोरोना काल के चलते मुकदमों की सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग से पूरी हुई। वहीं कई बार इन्हें सुरक्षा व्यवस्था के बीच कोर्ट भी ले जाया गया। करीब 10 माह बाद सांसद आजम खां की पत्नी तनजीम फातिमा दिसम्बर 2020 में रिहा हो गई थीं। जबकि पिता व पुत्र जेल में बंद थे। पिछले तीन दिनों से अब्दुला आजम की रिहाई की कार्रवाई चल रही थी।
सभी मामले में रामपुर कोर्ट से रिहाई आदेश मिलने के बाद शनिवार देर रात कागजी कार्रवाई पूरी कर उन्हें रिहा कर दिया गया। रिहाई की जानकारी मिलते ही अब्दुल्ला के समर्थक सुबह से ही जेल के बाहर जमा होने लगे थे। रामपुर और लखनऊ नंबर की कई गाड़ियां जेल रोड पर खड़ी दिखीं। इसकी भनक लगते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। जेल के आसपास खड़े समर्थकों को सख्ती के साथ खदेड़ा गया। पुलिस की बात न मानने वाले लोगों की गाड़ियों का चालान भी किया गया। एक कार को सीज भी किया गया। वहीं शहर में प्रवेश करने वाले चौराहों पर पुलिस ने बाहर से आने वालों को रोककर पूछताछ की। कई वाहनों को वापस भी भेजा गया। जेल से बाहर निकलने के बाद अब्दुल्ला आजम ने समर्थकों का अभिवादन किया। वह पूर्व विधायक अनूप गुप्ता के आवास पर रुके, जहां उनका माला पहनाकर स्वागत किया। उनके काफिले में पांच वाहन शामिल थे। इसके बाद वह रामपुर स्थित अपने घर के लिए रवाना हो गए।
छावनी में तब्दील रहा जिला कारागार
सांसद पुत्र अब्दुल्ला की रिहाई की सूचना मिलने के बाद भारी संख्या में उनके समर्थक जिला कारागार सहित आसपास इकट्ठा हुए। इसकी भनक लगते पुलिस, पीएसी व अर्द्धसैनिक बलों ने सुरक्षा व्यवस्था की कमाल संभाली। कारागार के बाहर व भीतर पुलिस व जवान तैनात कर दिए गए। वहीं शहर के विभिन्न चौराहों पर चेकिंग अभियान भी चलाया गया।
दस्तावेजों की खामियों को चलते रिहाई में देरी
जेल प्रशासन के मुताबिक जिला कारागार में बंद अब्दुल्ला आजम की रिहाई शनिवार को दस्तोवेजी खामियों के चलते अटकी रही। लेकिन देर शाम कागज सही होने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया।
समर्थकों व पुलिस में हुई नोकझोंक
समर्थकों की भीड़ को देखते हुए एसपी ने पुलिस को अलर्ट कर दिया था। कई थानों की पुलिस, पीएसी जेल व शहर के प्रमुख चौराहों पर लगा दी गई थी। एसपी ने पूर्व विधायक अनूप गुप्ता के आवास पर सपाइयों की भारी भीड़ देखकर उन्हें वहां से हटाने के निर्देश दिए थे। जिसके चलते एएसपी राजीव दीक्षित, एसडीएम अनिल कुमार मय पुलिस फोर्स विधायक आवास पहुंचे और वहां मौजूद समर्थकों को खदेड़ा। इस दौरान नोकझोंक भी हुई।
25 वाहनों के चालान व एक वाहन सीज
यातायात निरीक्षक फरीद अहमद खां ने बताया कि अब्दुल्ला आजम के समर्थन में आए लोगों के वाहनों के चालान किए गए। कुल 25 वाहनों का चालान काटा गया जबकि एक वाहन को सील करने की कार्रवाई की गई। यह वाहन सड़क किनारे खड़े होकर जाम की स्थिति उत्पन्न कर रहे थे।