सरकार के प्रोटोकॉल के हिसाब से ही होगा छठ पर्व का आयोजन : मनोज तिवारी

Update: 2021-10-13 09:53 GMT

सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा के आयोजन को लेकर हो रही सियासत के बीच केंद्र सरकार ने बड़ा बयान दिया है. सरकार के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्र ने साफ कर दिया है कि छठ पर्व का आयोजन सरकार के प्रोटोकॉल के हिसाब से ही होगा. यह बयान आम आदमी पार्टी द्वारा केंद्र को लिखे गए उस पत्र के बाद आया है जिसमें दिल्ली सरकार के मंत्री मनीष सिसोदिया ने छठ मनाने को लेकर राय मांगी थी. दरअसल, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी ने छठ पूजा उत्सव पर प्रतिबंध लगाने को लेकर केजरीवाल सरकार की आलोचना की थी और स्विमिंग पूल, मॉल, साप्ताहिक बाजार और सार्वजनिक परिवहन सब कुछ चालू होने के बावजूद प्रतिबंध को गलत बताया था.

क्यों है विवाद?

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा था कि सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा पर प्रतिबंध लगाने का फैसला कोरोना वायरस संक्रमण महामारी के मद्देनजर लिया गया है. इसके बाद दिल्ली बीजेपी के नेताओं ने केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने दिल्ली सरकार के फैसले को तुगलकी फरमान बताते हुए कहा कि उनकी पार्टी इसका विरोध करती है क्योंकि यह पूर्वांचलवासियों की धार्मिक आस्था पर हमला है.

भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदर्श गुप्ता ने कहा था कि भाजपा नीत नगर निगम छठ पूजा के आयोजन की व्यवस्था करेंगे. गुप्ता ने कहा, 'केजरीवाल नेतृत्व वाली सरकार संभवत: छठ पूजा की तैयारियां ना करे, लेकिन भाजपा शासित नगर निगम इसकी समुचित व्यवस्था करेंगे.' सरकार के मत से दिल्ली बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. सूत्रों के मुताबिक छठ को लेकर केंद्र सरकार ने मत साफ करते हुए कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा त्योहार के लिए कोविड प्रोटोकाल का एसओपी पहले से ही लागू है, उसे ही आगे लागू रखना है. दिल्ली भी उससे बाहर नहीं है, दिल्ली सरकार को भी उसे ही मानना चाहिए. इस पर राजनीति नहीं होना चाहिए.

छठ पर्व को मनाने के लिए बीजेपी का प्रदर्शन

भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई ने मंगलवार को छठ पूजा के आयोजन पर लगे प्रतिबंध के विरोध में सीएम केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया. यहां प्रदर्शन के दौरान भाजपा सांसद मनोज तिवारी घायल हो गए और उन्हें सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया. भाजपा नेता नीलकांत बक्शी ने कहा कि सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों ने तिवारी की जांच की और इलाज किया तथा सभी रिपोर्ट सामान्य आने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पानी की बौछारों का उपयोग बैरीकेड पार करने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए किया गया. इसी दौरान तिवारी बैरीकेड से गिर पड़े लेकिन उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं आयी और उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गयी है.

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