बाल-बाल बचे मुख्यमंत्री के बेटे आदित्य ठाकरे...मीटिंग के दौरान स्लैब समेत झूमर गिरी

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Update: 2021-06-05 01:05 GMT

फाइल फोटो 

मुंबई के सह्याद्री गेस्ट हाउस के फाउंटेन के ऊपर का स्लैब अचानक गिर गया. इस दुर्घटना में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पुत्र और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे बाल-बाल बच गए. आदित्य ठाकरे अंदर मीटिंग कर रहे थे और बाहर यह स्लैब गिर गया. स्लैब के साथ बड़ा सा झूमर भी गिर गया. अचानक हुई इस दुर्घटना में सभी लोग सुरक्षित हैं, लेकिन स्लैब गिरने से एकदम अफरातफरी मच गई.

सह्याद्री गेस्ट हाउस के हॉल नंबर 4 के बाहर यह स्लैब गिरने की दुर्घटना हुई है. पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे आज (शुक्रवार) शाम पौने पांच बजे सह्याद्री गेस्ट हाउस में बैठक कर रहे थे. इसी बीच जिस रूम में मीटिंग चल रही थी, ठीक उसके बाहर जिस स्लैब से एक बड़ा सा झूमर लटक रहा था वो अचानक झूमर को साथ लेकर नीचे गिरा. इस दुर्घटना से कोई जख्मी नहीं हुआ.
कोरोना से संबंधित उपायों पर चर्चा कर रहे थे आदित्य ठाकरे
राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे अलग-अलग विषयों पर मीटिंग लेकर अपने विभाग के कामों का जायजा ले रहे थे और राज्य में कोरोना की स्थिति और संभावित तीसरी लहर से संबंधित उपायों पर चर्चा कर रहे थे. आदित्य ठाकरे के साथ मीटिंग में पर्यावरण विभाग के अधिकारी मौजूद थे. मीटिंग चल ही रही थी कि पीओपी का बना स्लैब लटके हुए झूमर को लेकर नीचे आ गिरा.
शिवसेना नेता ने ट्वीट कर जांच की मांग की
गिरी हुई संरचना का निर्माण 25 साल पहले हुआ था. इस इमारत का स्ट्रक्चरल ऑडिट भी हुआ है. रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर प्रतिक्रिया देने की बात अधिकारियों ने कही है. लेकिन इस बीच तुरंत मरम्मत का काम शुरू किया जा चुका है. शिवसेना नेता नीलम गोरे ने इस घटना को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट कर इस घटना की और इमारत के कंस्ट्रक्शन की जांच करवाने की मांग की है.
उन्होंने लिखा है कि महाराष्ट्र के लिए यह बेहद चौंकाने वाली घटना है. यह अच्छी बात है कि आदित्य ठाकरे और उनके साथ सभी कर्मचारी और अधिकारी सुरक्षित हैं. इस इमारत की और घटना की जांच करवाई जाए.
दशकों से महाराष्ट्र की राजनीति का गवाह रहा है सह्याद्री बंगला
दक्षिण मुंबई के मालाबार हिल में स्थित सह्याद्री बंगला कई दशकों से महाराष्ट्र की राजनीति का गवाह बना है. ओल्ड बॉम्बे स्टेट के तौर पर यहां कभी मोरारजी देसाई रहा करते थे. महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री वाई.बी. चव्हाण का भी यह आधिकारिक आवास हुआ करता था. लेकिन वाई.बी. चव्हाण के बाद उनके उत्तराधिकारी मारोतराव कन्नमवार की यहां पद पर बने रहते हुए ही मृत्यु हो गई. इस घटना के बाद सह्याद्री बंगला मुख्यमंत्री आवास से राज्य का अतिथि गृह बन गया.
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