मेडिकल की तैयारी कर रहे छात्र ने की सुसाइड, फंदे पर लटकता देख घर में मची चीख-पुकार
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रांची: माता-पिता बेटे को डॉक्टर बनाना चाहते थे। चाहें भी क्यों न, बेटा होनहार जो था। 10वीं में राजगंज के एक सीबीएसई स्कूल से 94 प्रतिशत अंक हासिल करने के बाद उसने इसी साल 12वीं की परीक्षा दी थी। एक प्रतिष्ठित संस्थान से वह मेडिकल की तैयारी कर रहा था। पांच मई को होने वाली नीट की परीक्षा में वह शामिल होने वाला था, लेकिन कुदरत को कुछ और मंजूर था। मंगलवार की रात उसका शव धैया स्थित उसके मामा घर के कमरे में पंखे के सहारे फंदे से लटकता पाया गया। यह झारखंड के धनबाद जिले की घटना है।
मृतक सुब्रतो मंडल (18 वर्ष) मूल रूप से तोपचांची के कांडेडीह का रहने वाला था। होनहार और मेधावी होने के कारण उसके मामा धैया के बांधधार निवासी होटल संचालक पंकज मंडल उसे अपने घर में रखते थे। नीट की तैयारी के लिए उसे एक संस्थान से स्कॉलरशिप मिली थी। सुब्रतो के पिता रामधनी मंडल पेट्रोल पंप में नोजल मैन हैं, जबकि मां तोपचांची कांडेडीह में ही आंगनबाड़ी सेविका हैं।
बताया जा रहा है कि सुब्रतो हर दिन की तरह अपने कमरे में था। सबको लगा कि वह पढ़ाई कर रहा है, लेकिन रात में उसे फंदे पर लटकता देख मामा घर में चीख-पुकार मच गई। वह दो भाइयों में बड़ा था। घटना की जानकारी पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा दिया गया। बताया जा रहा है कि प्रदर्शन के दबाव के कारण वह अवसाद में था और इसी कारण उसने आत्मघाती कदम उठाया। मामा पंकज मंडल ने बताया कि हमने सुब्रतो को डॉक्टर बनाने का सपना देखा था।