कोरोना वैक्सीन लेने वालों के सैंपल से नए वायरस का निकालेंगे इलाज

दुनिया के कई देशों में फिर से संक्रमण

Update: 2021-03-12 02:33 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क:  दुनिया के कई देशों में फिर से संक्रमण फैलाने वाले कोरोना वायरस के नए स्वरूपों पर भारतीय वैज्ञानिकों ने अध्ययन शुरू कर दिया है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के महामारी विशेषज्ञ डॉ. समीरन पांडा ने कहा कि जिन लोगों को कोरोना टीका लगा है, उनमें से कुछ के सैंपल लेकर जांच शुरू हो चुकी है।

समीरन के मुताबिक इन लोगों के सैंपल के साथ ब्रिटेन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में फैले नए म्यूटेशन की जांच करके पता चलेगा कि कोविशील्ड और कोवाक्सिन कोरोना वायरस के नए स्वरूपों को रोक पाने में कितना असरदार हो सकते हैं? यह अध्ययन काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वॉयरोलॉजी (एनआईवी) से मिली जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष दिसंबर में सबसे पहले ब्रिटेन वाला म्यूटेशन भारत में मिला था। तब से लेकर अब तक 240 मरीजों में अलग-अलग म्यूटेशन मिल चुके हैं। इन्हीं मरीजों के सैंपल पर काम करते हुए वैज्ञानिकों ने ब्रिटेन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में फैले कोरोना वायरस के नए स्वरूप को आइसोलेट कर लिया है। इसी के बाद अब टीके के प्रभाव को जांचने में जुट गए हैं।
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