City में उड़ीसा के पुरी की तर्ज पर निकाली जाएगी भव्य शोभायात्रा

Update: 2024-06-20 12:09 GMT
Nahan. नाहन। उड़ीसा राज्य के पुरी के बाद उत्तरी भारत की पावन एवं भव्य श्री जगन्नाथ रथ यात्रा का आयोजन आगामी सात जुलाई को ऐतिहासिक शहर नाहन में होगा। आयोजन के बाबत बाकायदा श्री जगन्नाथ रथ यात्रा कमेटी द्वारा बैठक का आयोजन कर तैयारियों को लेकर निर्णय ले लिया गया है। ऐतिहासिक नाहन शहर में भगवान श्री जगन्नाथ जी की रथ यात्रा के दौरान इस मर्तबा दिल्ली गेट पर बने प्रवेश द्वार भी तैयार होगा, जिसका शुभारंभ भी इसी दिन किया जाएगा। यह जानकारी श्री जगन्नाथ रथ यात्रा कमेटी के प्रधान प्रकाश बंसल ने दी। उन्होंने बताया कि उड़ीसा राज्य की पूरी की तर्ज पर विगत 15 वर्षों से भगवान श्री जगन्नाथ रथ यात्रा का आयोजन चर्तुयुगी धाम भगवान जगन्नाथ मंदिर बड़ा चौक से किया जा रहा है। वहीं इस वर्ष सात जुलाई को 16वीं रथ यात्रा का आयोजन किया जाएगा। प्रतिवर्ष उत्तरी भारत के पावन स्थल जगन्नाथ मंदिर नाहन में रथ यात्रा में श्रद्धालुओं व भक्तों की
संख्या में बढ़ौतरी दर्ज हो रही है।

उन्होंने बताया कि गत वर्ष की नाहन में भगवान श्री जगन्नाथ रथ यात्रा में जहां गोडिय़ा मठ सहित हजारों श्रद्धालुओं ने भव्य रथ यात्रा में भाग लिया। उन्होंने बताया कि भक्ति सागर द्वारा लाइव कार्यक्रम के तहत भगवान की रथ यात्रा का कार्यक्रम देश-विदेश में देखा जा रहा है। रथ यात्रा मंडल नाहन ने बताया कि ऐतिहासिक शहर नाहन में भव्य रथ यात्रा का आयोजन का दायरा अब प्रतिवर्ष विस्तारित किया जा रहा है। जिसके लिए नाहन शहर में भगवान श्री जगन्नाथ को समर्पित पांच प्रवेश द्वार बनाए जाने प्रस्तावित किए गए हैं। जिसमें दिल्ली गेट पर पहला प्रवेश द्वार का कार्य प्रगति पर है। दूसरा प्रवेश द्वार शिमला रोड पर पेट्रोल पंप के पास तैयार किया जाएगा, नाहन दोसडक़ा कांशीवाला के पास तीसरा के बाद प्रदेश की सीमा कालाअंब के पास चौथा व रघुनाथ मंदिर कच्चा टैंक के पास पांचवां प्रवेश द्वार बनाया जाना प्रस्तावित है। श्री जगन्नाथ रथ यात्रा के पदाधिकारी प्रकाश बंसल, प्रितुश गर्ग, भुवन जोशी, योगेश जैन, सतीश गर्ग, अनु कंवर इत्यादि दर्जनों पदाधिकारियों ने बताया कि आगामी दौर में दिल्ली गेट से भगवान जगन्नाथ मंदिर बड़ा चौक तक लाल पत्थर बिछाकर इस स्थल को धर्मनगरी के तौर पर सजाया जाएगा। वहीं सात जुलाई को भगवान श्री जगन्नाथ के पहले प्रवेश द्वार का लोकार्पण किया जाएगा। जिसमें श्री जगन्नाथ मंदिर से पालकियों में विग्रहों को प्रवेश द्वार पर लाकर विश्राम करवाया जाएगा। वहीं पूजा , अर्चना व दर्शनों के बाद प्रवेश द्वार का लोकार्पण होगा।
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