आकाश यादव जो कल तक छात्र आरजेडी का प्रदेश अध्यक्ष था वह आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव का दाहिना हाथ माना जाता है. तेज प्रताप ने पिछले साल 19 मई को उसे छात्र आरजेडी का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया था.
आकाश यादव को छात्र आरजेडी का प्रदेश अध्यक्ष मनाते हुए उसी दिन तेज प्रताप ने छात्र आरजेडी का भी पुनर्गठन किया था. हालांकि, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने छात्र आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष पद पर कभी कोई नियुक्ति नहीं की थी.
इसलिए जब जगदानंद सिंह ने कल गगन कुमार को छात्र आरजेडी का नया प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया तो उन्होंने कहा कि छात्र आरजेडी का अध्यक्ष पद पहले से खाली था जिसे वह भर नहीं पाए थे और अब उन्होंने ऐसा किया है.
जानकारी के मुताबिक तेज प्रताप काफी पहले से आकाश यादव को छात्र आरजेडी का प्रदेश अध्यक्ष बनाने की कोशिश कर रहे थे मगर जगदानंद सिंह इसका लगातार विरोध कर रहे थे.
सूत्रों के मुताबिक, उस दौरान लालू प्रसाद की मध्यस्थता के बाद जगदानंद सिंह मान गए थे और तेज प्रताप ने आकाश यादव को छात्र आरजेडी का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया था.
बता दें कि आकाश यादव तेजस्वी यादव की नजर पर चढ़ पड़ गए जब 8 अगस्त को छात्र आरजेडी की एक महत्वपूर्ण बैठक पार्टी कार्यालय में हुई थी और वहां पर इस कार्यक्रम से जुड़े बड़े-बड़े बैनर और होर्डिंग लगाए गए थे जिसमें तेज प्रताप को प्रमुखता से जगह मिली थी मगर तेजस्वी यादव बैनर-होर्डिंग से गायब थे.
आकाश यादव इस गलती के कारण तेजस्वी यादव की नजर पर चढ़ गए थे, मगर वे तेज प्रताप के चहेते बन गए. इस कार्यक्रम की समाप्ति के अगले दिन ही आरजेडी कार्यालय पर तेज प्रताप का पोस्टर उतार लिया गया था और तेजस्वी का नया पोस्टर फिर से पार्टी कार्यालय में लगाया गया.
आकाश यादव को अपनी गलती का खामियाजा बुधवार 18 अगस्त को भुगतना पड़ा जब जगदानंद सिंह ने छात्र आरजेडी का नया प्रदेश अध्यक्ष पटना यूनिवर्सिटी के लॉ के छात्र गगन कुमार को घोषित कर दिया.राजद में बवाल