एक पिता ऐसा भी, बेटी को बोझ समझकर कुएं में फेंका, लेकिन...

पढ़ा लिखा है यह कलयुगी बाप.

Update: 2022-02-15 04:19 GMT

राजसमंद: बेटी को बोझ समझकर कुएं में फेंकने वाले कलयुगी पिता को आखिर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को यह बच्ची एक कुएं में गले तक डूबी थी और पाइप पकड़े खड़ी थी। उसके रोने की आवाज सुनकर खेत में काम करने वाली दो महिलाओं ने उसे बचाया था। खेत के मालिक रामलाल कुमावत की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज किया। सीसीटीवी फुटेज के जरिए पुलिस बेटी की हत्या का प्रयास करने वाले कलयुगी के पिता तक पहुंची। आखिर में पिता ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया। यह मामला राजसमंद के राजनगर क्षेत्र का है।

डिप्टी एसपी बेनीप्रसाद मीणा ने बताया कि थाना क्षेत्र के रेगर मोहल्ला कृषि फार्म हाउस निवासी सुशील (33) पुत्र मांगीलाल को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने 80 सीसीटीवी फुटेज की जांच की। पिता को संदिग्ध मानते हुए पूछताछ की। आरोपी पिता ने पुलिस पूछताछ में कबूल कर लिया कि उसने ही बेटी को कुएं में फेंका था। पिता ने पुलिस को बताया कि वो बेटी को पसंद नहीं करता है और उसे बोझ समझता था, इसलिए कुएं में फेंका। वो बेटी का मारना चाहता था।
यह थी घटना
बीते शनिवार को दोपहर 2 बजे घर के बाहर खेल रही जीनल अचानक गायब हो गई। बच्ची का दादा उसे तलाशने निकला तो पता चला कि पोती किसी कुएं में गिरी है। कुएं से बच्ची की आवाज आने पर खेत में काम कर रही महिला संध्या पालीवाल, हीरा बाई कुमावत व एक व्यक्ति रामलाल कुमावत ने बच्ची को बचाया। साड़ी की रस्सी बनाकर बच्ची को बाहर निकाला गया। हैरान करने वाली बात यह है कि मौका पाकर बच्ची का पिता सुशील ही बेटी को स्कूटी पर बिठाकर ले गया और धोईंदा जाने वाले सुनसान मार्ग पर कुएं में फेंक दिया।
थाना अधिकारी डॉ हनवंतसिंह राजपुरोहित ने बताया बेटी को कुएं में फेंकने वाला पिता सुशील अनपढ़ नहीं बल्कि पढ़ा लिखा है। उसने बीसीए, एमसीए और होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया हुआ है। नौकरी नहीं मिलने के कारण वो बेटी के खर्चों को लेकर तनाव में था।


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