यातायात थाने में पदस्थ आरक्षक ने की ख़ुदकुशी, फंदे में लटकी मिली लाश
मुरैना से बड़ी खबर
मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना में यातायात थाने में पदस्थ आरक्षक हरेंद्र जाट की लाश फांसी के फंदे से लटकी हुई मिली है। मृतक द्वारा ख़ुदकुशी के पहले लिखा गया सुसाइड नोट सामने आने पर नया मोड़ आया है। मृतक आरक्षक ने सुसाइड नोट में कर्मचारियों पर परेशान करने का आरोप लगाया है। मृतक ने अपने भाई के नाम लिखे सुसाइड नोट में लिखा है कि- मेरी डायरी में 15 दिसंबर के पेज पर सुसाइड नोट रखा है। आरक्षक के शव को पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।
गौरतलब है कि मुरैना यातायात थाने में पदस्थ आरक्षक का रविवार की सुबह शव फांसी के फंदे पर लटका मिला। जानकारी मिलने पर कोतवाली पुलिस और एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची और शव को फांसी के फंदे से उतरवा कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। आरक्षक हरेंद्र जाट मुरैना में यातायात थाने में पदस्थ था। आरक्षक हरेंद्र जाट का शव रविवार की सुबह यातायात चौकी के एक कमरे में लटका हुआ मिला। सबसे पहले हनुमान मंदिर के पुजारी ने आरक्षक हरेंद्र जाट को फांसी के फंदे पर लटका हुआ देखा। आरक्षक हरेंद्र जाट रोज की तरह शनिवार की रात को भी यातायात की चौकी पर रुका था। लेकिन रविवार की सुबह हरेंद्र जाट की लाश फांसी के फंदे पर लटकी मिली।
इस पूरे मामले में हैरान करने वाली बात यह रही कि हरेंद्र जाट के हाथ रस्सी से बंधे हुए थे। यही वजह है कि आरक्षक की हत्या की आशंका भी बनी हुई है। आरक्षक हरेंद्र जाट की मौत की जानकारी मिलने पर कोतवाली मौके पर पहुंची। पुलिस टीम ने एफएसएल की टीम को भी जांच पड़ताल के लिए बुलवाया। एफएसएल की टीम ने मौके पर पहुंचकर मौके से साक्ष्य जुटाए। मृतक आरक्षक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाते हुए सिटी कोतवाली थाना पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। अब इस मामले में मृतक आरक्षक द्वारा लिखे सुसाइट नोट ने पूरे मामले को नया मोड़ दे दिया है। हालांकि अभी वरिष्ठ अधिकारी इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं।