जालंधर। शहर में सरेआम युवक अब भी बुलेट पर पटाखों वाला साइलेंसर लगाकर घूम रहे हैं जो पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं। पुलिस प्रशासन द्वारा बुलेट पटाखों पर कार्रवाई करने के कई बार आदेश जारी किए जा चुके हैं फिर भी शरारती तत्वों द्वारा बेखौफ होकर नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। बुलेट पर पटाखे बजाना एक तरह से ध्वनि प्रदूषण को बढ़ावा देता है। कई बार इनकी आवाज सुनकर लोगों को परेशान होते देखा गया है। लोग अपने कानों पर हाथ रखते हुए नजर आते हैं। ऐसा ही मामला जालंधर के मॉडल टाऊन से भी सामने आया है जहां बुलेट पर पटाखे चलाने वालों ने हुड़दंग मचा रखा है। बुलेट पर पटाखे बजाते हुए जब शरारती तत्व रिहायशी इलाके से गुजरते हैं तो छोटे-छोटे मासूम बच्चे और बुजुर्ग सहम जाते हैं।
जिक्रयोग्य है कि कई शरारती तत्व ऐसे होते हैं कि उन्हें पटाखे बजाने से रोका जाए तो वह जानबूझ कर बार-बार बुलेट पर पटाखे बजाते हैं जिससे मोहल्ले में महिलाओं और लड़कियों निकला दुर्भर हो गया है। महिलाओं द्वारा कहीं युवकों को बुलेट पर पटाखे चलाने से रोकना कहीं महंगा न पड़ जाए। जिक्रयोग्य है कि ट्रैफिक ए.डी.सी.पी. ट्रैफिक ने कई बार बुलेट पर पटाखे चलाने वालों के लिए सख्त आदेश जारी किए हैं। ए.सी.पी. ट्रैफिक हरबिंदर सिंह द्वारा दुकानदारों पर भी एक्शन लेने की बात की गई परंतु आज तक कोई सख्त कार्रवाई होती नजर आई। वहीं पुलिस की इस ढीली कार्रवाई को लेकर रिहायशी इलाके की महिलाओं में काफी रोष पाया जा रहा है। वहीं जब थाना नं. 6 के एस.एच.ओ. से इस बाबत बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनके ध्यान में यह मामला नहीं लाया गया है। अब पॉश इलाके से यह मामला ध्यान में लाने के बाद सख्त कदम उठाया जाएगा। पी.सी.आर. टीम को रिहायशी इलाकों में ड्यूटी देने के लिए लगाया जाएगा। इस दौरान जो भी बुलेट पर पटाखे बजाता हुआ पकड़ा गया उस पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा।