7th International Yoga Day: केंद्र सरकार ने योग दिवस पर लोगों को ज्यादा से ज्यादा डिजिटल रूप से भाग लेने को कहा
कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर लोगों को ज्यादा से ज्यादा डिजिटिल
कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर लोगों को ज्यादा से ज्यादा डिजिटिल, वर्चुअल और इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म करने की सलाह दी है. आयुष मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा कि 7वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस ऐसे समय में आया है, जब पूरी दुनिया कोविड-19 से लड़ रही है लेकिन महामारी ने योग को लेकर उत्साह को कम नहीं किया है.
मंत्रालय के मुताबिक, इस साल के योग दिवस का थीम 'योगा फॉर वेलनेस' है. बयान के अनुसार, "लगभग 1,000 अन्य स्टेकहोल्डर संस्थानों के साथ मंत्रालय की कई डिजिटल पहलों ने महामारी के चलते लगाए गए प्रतिबंधों के बावजूद योग के अभ्यास को जनता के लिए सुलभ बना दिया."
कोविड-19 महामारी और सामूहिक गतिविधियों पर लागू प्रतिबंधों को देखते हुए इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित होने वाला प्रमुख कार्यक्रम एक टेलीविजन कार्यक्रम होगा. इस टीवी कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा. आयुष मंत्रालय ने बताया, "सभी दूरदर्शन चैनलों पर सुबह 6:30 बजे शुरू होने वाले इस कार्यक्रम में आयुष राज्य मंत्री किरेन रिजिजू का संबोधन और मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के योग प्रदर्शन का सीधा प्रसारण भी शामिल है."
आयुष मंत्रालय ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर ही संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2014 में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया. 2015 से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पूरी दुनिया में स्वास्थ्य के लिए एक जनआंदोलन के रूप में उभरा है. मंत्रालय ने कहा कि इस महामारी के अनुभव ने योग के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जनता को अधिक जागरूक बना दिया है और इस अनुभव को आयुष मंत्रालय ने अपने प्रचार प्रयासों में विधिवत समायोजित किया है.
कोविड-19 के खिलाफ योग की भूमिका अहम- मंत्रालय
बयान में कहा गया है, "कोविड-19 पर मंत्रालय की सलाह ने प्रतिरक्षा स्तर को बढ़ावा देने और कोविड-19 से निपटने के लिए योग के नियमित अभ्यास के महत्व पर प्रकाश डाला. इन सलाहों को सरकार और अन्य हितधारकों के कई माध्यमों के जरिए व्यापक रूप से प्रचारित किया गया और जनता के साथ-साथ स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए भी उपयोगी पाया गया था."
मंत्रालय ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों से आई रिपोर्टों से इस बात के संकेत मिलते हैं कि कोविड-19 मरीजों के इलाज में सहायक प्रक्रियाओं के रूप में कई अस्पतालों में योग अभ्यासों को सफलतापूर्वक शामिल किया गया है और योग इस बीमारी से तेजी से ठीक होने में अपना योगदान देता है.