6 बांग्लादेशियों को दबोचा गया, आधार कार्ड भी मिला, मचा हड़कंप
तीन महिलाएं भी शामिल हैं.
सूरत: पड़ोसी देश बांग्लादेश से अवैध तरीके से बांग्लादेशी भारत में किस तरह प्रवेश करते हैं और फिर फर्जी आधार कार्ड बनाकर यहां घुलने-मिलने की कोशिश करते हैं, इसका ताजा उदाहरण गुजरात के सूरत में मिला है. सूरत रेलवे पुलिस ने 6 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं. इन बांग्लादेशियों के पास से आधार कार्ड भी मिला है, जिसे सूरत के बारडोली में ही बनाया गया था. ये लोग हावड़ा एक्सप्रेस से सूरत आए थे.
दरअसल, सूरत रेलवे पुलिस रेलवे प्लेटफॉर्म पर पेट्रोलिंग कर रही थी. तभी पुलिस की नजर प्लेटफॉर्म पर घूम रहे 6 लोगों पर गई. पुलिस उनको थाने ले गई और पूछताछ की. रेलवे पुलिस की पूछताछ में सभी ने खुद को भारतीय बताया और सबूत के तौर पर आधार कार्ड दिखाया. रेलवे पुलिस संतुष्ट नहीं हुई और सभी से सख्ती से पूछताछ की. जिसके बाद सभी ने कबूल किया कि वो भारतीय नहीं बल्कि बांग्लादेश के रहने वाले हैं. वे भारत-बांग्लादेश बॉर्डर चोरी-छिपे पारकर पश्चिम बंगाल से गुजरात के सूरत पहुंचे हैं. अवैध तरीके से बॉर्डर लांघकर सूरत पहुंचे लोगों के नाम हैं- परवेज आईबा, मिरडा, नयोन मोसियर मौला, बिस्टी अख़्तर, आफतर सोरदार, फातिमा खातून अनवर मौला और इरफान.
सूरत रेलवे पुलिस इंस्पेक्टर ए. के. चौधरी ने बताया कि ये लोग हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन से सूरत पहुंचे थे. उनके पास से कोई भी पासपोर्ट या वीजा नहीं मिला. हालांकि उनके पास से आधार कार्ड बरामद हुआ है. इस मामले में आधार कार्ड बनाने वाले सूरत के बाडोली कस्बे के उपलीबाजार निवासी जाबिर फिरोज पटेल को भी गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा आधार कार्ड बनाने में जाबिर फिरोज पटेल की मदद करने वाले उसके चार साथियों को पुलिस ने वॉन्टेड घोषित किया है.
इंस्पेक्टर ए. के. चौधरी ने बताया कि तीन बांग्लादेशी युवतियों को ब्यूटी पार्लर में नौकरी दिलाने का लालच देकर लाया गया. तीनों महिलाओं को देह व्यापार के धंधे में धकेलने की आशंका से नकारा नहीं जा सकता है.