सैंज की 35 महिलाएं दस दिन में बनीं आत्मनिर्भर

Update: 2024-04-28 12:35 GMT
सैंज। पंजाब नेशनल बैंक के सौजन्य से रैला में दस दिन के डेरी फार्म वर्मी कंपोस्ट और वित्तीय साक्षरता पर चलाए जा रहे प्रशिक्षण में ग्राम पंचायत रायला की विभिन्न महिला मंडलों की 35 महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त करके आत्मनिर्भर बनी हैं। पंजाब नेशनल बैंक आरएससीटीआई द्वारा दस दिवसीय प्रशिक्षण शनिवार को संपन्न हुआ, जिसमें पीएनबी आरएसईटीआई के निदेशक चंदन नारायण सिंह ने 35 महिला प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र वितरित किए। निर्देशक चंद्र नारायण सिंह ने कहा इस तरह के गांव स्तर पर प्रशिक्षण कराने से ग्रामीणों में जागरुकता आएगी। उनका व्यवसाय के प्रति ध्यान आकर्षित होगा। एलडीएम सुरेश बौद्ध और एसएलसी मदन शर्मा ने प्रशिक्षण के दौरान बताया है कि कोई व्यक्ति पशुपालन एवं मुर्गी पालन से संबंधित बैंक से लोन लेना चाहता है। बैंक उसकी भरपूर मदद करता है, जिससे ग्रामीण महिलाओं के स्वरोजगार के अवसर बढ़ाते हैं। उन्होंने वित्तीय साक्षरता पर बताया कि आजकल बहुत से फॉड भी होते जा रहे हैं।

फोन पर ओटीपी मांगे जा रहे हैं। उन्होंने बताया है कि इस तरह की अगर कोई भी फोन कॉल या ओटीपी आपसे शेयर करने की मांग करता है तो उसमें आपको सतर्क रहना है। डेरी फार्म और वर्मी कंपोस्ट की जानकारी ट्रेनर कुंदन लाल द्वारा दी गई जिसमें उन्होंने महिलाओं को दुग्ध उत्पादन को किस तरह से चलाया जा सकता है और उसे किस तरह से अपना जीवन यापन किया जा सकता है। उसके प्रति 10 दिनों में बेहतर जानकारी महिला मंडलों को प्रदान की है। वहीं, श्रीलक्ष्मी नारायण महिला मंडल की महासचिव रितु देवी ने बताया है कि 10 दिन के इस प्रशिक्षण में उन्होंने डेरी फार्म और वार्मिंग कंपोस्ट के बारे में बेहतरीन प्रशिक्षण प्राप्त किया है। रितु देवी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में अधिकतर महिलाएं पशुपालन करती है। डेरी फार्म और वार्मिंग कंपोस्ट की जानकारी हासिल करके उन्होंने अपने जीवन को खुशहाल बनाने की योजना तैयार की है। आने वाले समय में महिला मंडल और स्वयं सहायता समूह मिलकर डेरी फार्म और वार्मिंग कंपोस्ट पर कार्य करेगी और अपने आप में स्वरोजगार उत्पन्न करेगी।
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