IAS अफसर से 35 लाख की ठगी, आरोपी ने बैंक कर्मी बनकर लगाया चूना

आरोपी गिरफ्तार

Update: 2021-06-19 16:55 GMT

झारखंड। नागालैंड के एक आईएएस अधिकारी के बैंक एकाउंट से 35 लाख की ठगी मामले में आरोपी बलराम मंडल को जामताड़ा पुलिस ने देवघर जिला से गिरफ्तार किया है। जामताड़ा साइबर थाना पुलिस ने आरोपी बलराम को करौं से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बलराम सिम का सप्लायर बताया जा रहा है। पुलिस टीम ने बलराम को करौं थाना क्षेत्र अवस्थित उसके घर पर छापेमारी कर पकड़ा है। पुलिस की ओर से की गई कड़ाई से पूछताछ में आरोपी बलराम ने अपनी संलिप्ता स्वीकार कर ली है। पूछताछ के क्रम में ही उसने पूरी कहानी बतायी कि कैसे आईएएस अधिकारी से लाखों की ठगी कर ली। गिरफ्तार साइबर आरोपी बलराम मंडल ने आईएएस अधिकारी के बैंक खाते से 35 लाख रुपए निकाले हैं।

बलराम मंडल ने बताया कि उसने पहले आईएएस अधिकारी को खाता अपडेट करने के नाम पर झांसे में ले लिया और उसी क्रम में एक-एक जानकारी लेते-लेते अकाउंट से बड़ी राशि निकाल ली। आईएएस अधिकारी के साथ हुई इस वारदात की जानकारी मिलने के बाद पुलिस की नींद उड़ गयी। मामले को गंभीरता से लेते हुए छानबीन के क्रम में आरोपी का मोबाइल लोकेशन झारखंड मिलने पर जामताड़ा साइबर थाना की पुलिस को सक्रिय किया गया।

बताया जा रहा है कि एक हफ्ते से दोनों जिलों की साइबर पुलिस आरोपी के पीछे पड़ी थी। उसी क्रम में गुरुवार रात जामताड़ा साइबर पुलिस को सफलता हाथ लग गयी। जामताड़ा साइबर थाना के इंस्पेक्टर इंचार्ज हरेंद्र राय ने पुलिस टीम के साथ गुरुवार शाम जामताड़ा जिले के करमाटांड़ व देवघर जिले के करौं सीमा से उसे धर दबोचा। पुलिस ने उसके पास से तीन मोबाइल व छह सिम कार्ड बरामद किए हैं।

पूछताछ में आरोपी बलराम ने पुलिस को बताया कि बैंक अधिकारी बनकर उसने आईएएस अधिकारी को फोन कर बताया कि वह मुंबई ब्रांच का वरीय बैंक अधिकारी है। उनका बैंक खाता अपडेट करना है, इसके लिए कुछ जानकारी दें, अन्यथा खाता बंद कर दिए जाने की भी बात बतायी। उसके बाद उसने आईएएस अधिकारी को एक लिंक भेजकर संबंधित जानकारी मांगी। आईएएस अधिकारी ने इसे सही मानकर भेजे गए लिंक के जरिए सारी जानकारी दे दी। उसके बाद बलराम व उसके सहयोगियों ने कई बार ट्रांजेक्शन कर 35 लाख रुपए उनके खाते से उड़ा लिए।

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