32 लाख कैश जब्त, ATS ने गैंगस्टर के गुर्गे पर की बड़ी कार्रवाई
बड़ी कार्रवाई
झारखंड। झारखंड की राजधानी रांची में ATS द्वारा संगठित अपराध के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है. इसी क्रम में गैगेंस्टर अमन श्रीवास्तव गिरोह के आपराधिक नेटवर्क के खिलाफ लगातार नकेल कसी जा रही है. जहां पर बीते शनिवार को एटीएस को बड़ी सफलता हाथ लगी. वहीं, ATS की टीम ने श्रीवास्तव गिरोह के एक शातिर अपराधी को मौके से गिरफ्तार कर लिया. हालांकि ATS टीम के मुताबिक युवक की निशानदेही पर कई ठिकाने पर छापामारी कर 32 लाख रुपए बरामद किए है.
दरअसल, रांची में आतंकवाद निरोधी दस्ता (ATS) के द्वारा पिछले कुछ दिनों में अमन श्रीवास्तव गिरोह के कुछ गुर्गों की गिरफ्तारी की गई थी. इस दौरान उनके खिलाफ ATS ने कई FIR भी दर्ज किए गए है. इस दौरान ATS ने मामले की जांच-पड़ताल में गैंगेस्टर अमन श्रीवास्तव गिरोह के फडिंग, आर्थिक तंत्र, हवाला चैनल एवं इनके द्वारा अपराध से अर्जित संपत्ति का पता चला. वहीं. ATS टीम वैरीफिकेशन के बाद पिछले 4 फरवरी को गिरोह के अहम सदस्य संदीप प्रसाद उर्फ अविनाश उर्फ विनोद उर्फ आशीष उर्फ प्रमोद को रातु थाना क्षेत्र के चटकपुर से गिरफ्तार किया. इस दौरान उसकी निशानदेही पर ATS ने रातु चटकपुर स्थित उसके घर से रंगदारी के रूप में वसूले गए 32 लाख रुपए जब्त किए. 05 मोबाइल फोन, 01 राउटर एवं 02 एटीएम कार्ड भी बरामद किये गए.
वहीं, ATS टीम के मुताबिक, गिरफ्त में आया संदीप पूर्व में अमन साहू गिरोह के लिए काम करता. वह गिरोह के लिए रंगदारी एवं वसूली का हिसाब-किताब रखने के साथ-साथ हवाला के जरिए बैंक खातों के द्वारा अमन साहू एवं उसके गिरोह के अन्य सदस्यों तक पैसे पहुंचाने का काम करता था. इसके बाद में संदीप अमन श्रीवास्तव के संपर्क में आया और फिर उसके लिए काम करने लगा. फिलहाल खबरों के मुताबिक संदीप की गिरफ्तारी से अमन श्रीवास्तव गिरोह के सदस्यों, रंगदारी के स्रोत और उसका बंटवारा, गिरोह के द्वारा हाल के दिनों में किए गए हवाला नेटवर्क के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी.
इस मामले में झारखंड DGP ने मामले का खुलासा किया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि अपराधिक गिरोहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने एवं इन गिरोहों के फडिंग, आर्थिक स्रोतों, हवाला चैनल एवं इनके द्वारा अपराध से अर्जित किए हुए संपत्ति का पता लगाने साथ ही शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी करने का निर्देश ATS को दिया गया था. हालांकि इसके बाद से ही ATS द्वारा गैंगेस्टर अमन श्रीवास्तव गिरोह के अपराधिक नेटवर्क के खिलाफ झारखण्ड, बिहार, कर्नाटक समेत दूसरे राज्यों में छापेमारी की गई जिसमें महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई है.