3 साल की बच्ची से दुष्कर्म, आरोपी को फांसी देनें की उठी मांग

मानवता हुई शर्मसार

Update: 2023-03-22 14:04 GMT
जबलपुर। 3 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के मामले को लेकर राज्य सरकार को कांग्रेस ने घेरने की तैयारी शुरू कर दी है। स्थानीय विधायक संजय यादव ने जहां राज्य सरकार और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं तो वही मध्यप्रदेश कांग्रेस महासचिव सौरव शर्मा के नेतृत्व में जबलपुर की रसल चौक पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला फूंका गया। इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात था बावजूद इसके कांग्रेसियों ने पुतला फूंका और चेतावनी दी है कि अगर जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो फिर आने वाले समय में और भी उग्र आंदोलन किया जाएगा। आदिवासी नेता और जिला पंचायत सदस्य ने 3 साल की बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म की घटना को बहुत ही शर्मनाक बताया है और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि जल्द से जल्द आरोपी को पकड़कर फांसी की सजा दे। उन्होंने कहा कि बरगी विधानसभा में लगातार आदिवासी बच्चों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं और पुलिस है कि आरोपियों पर कार्यवाही ना करते हुए उल्टा पीड़ितों को ही समझाने का काम करती है। जिला पंचायत सदस्य मुन्नीबाई ने शहपुरा पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि बच्ची को अस्पताल ले जाने की जगह उसे थाने में बैठा कर रखा गया, जिसके चलते उसकी हालत और भी खराब हो गई। जबलपुर में तीन साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ। मामला शहपुरा थाना के नटवारा गांव की है जहां अज्ञात आरोपी ने बच्ची को उसके घर से उठा ले गया और फिर दुष्कर्म किया।
बच्ची आज बुधवार की सुबह दूसरे के खेत में घायल अवस्था में मिली। पुलिस को मौके से शराब की बोतल, चप्पल और गमछा भी मिलें है। अंदेशा जताया जा रहा है कि संभवतः आरोपी की ही चप्पल और गमछा है। जानकारी के मुताबिक मंगलवार की रात तीन साल की बच्ची अपने माता-पिता के साथ खेत में बनी झोपड़ी में सों रहीं थी, रात करीब तीन बजे मां नींद खुली तो बच्ची गायब थी। बच्ची के गायब होते ही माता-पिता उसे ग्रामीणों के साथ तलाश करने लगे। जानकारी के मुताबिक रात को डायल-100 की सूचना दी गई और पुलिस आई और बच्ची को काफ़ी देर तलाश भी किया, पर बच्ची नहीं मिली। बुधवार की सुबह बच्ची अपने घर से दो खेत छोड़ दूर घायल अवस्था में मिली, बच्ची बहुत डरी हुई थी और लगातार रो भी रहीं थी। बच्ची की मां ने जब पूछा तो वह रोते हुए बोली कि कोई अंकल रात को उसे अपने साथ ले गए थे, इतना बोलकर वह फिर रोने लगी। डरे सहमे परिवार वाले बच्ची को लेकर सुबह सीधे शहपुरा थाने पहुंचे, पर थाने में महिला अधिकारी ना होने के कारण पाटन थाने से विवेचना अधिकारी को बुलाना पड़ा, इस दौरान करीब 3 घंटे बच्ची अपने माता-पिता के साथ थाने में बैठी रहीं। महिला अधिकारी आने के बाद ही बच्ची को इलाज के लिए शहपुरा अस्पताल ले जाया गया जहां से उसे जबलपुर एल्गिन भेजा गया। चैत्र नवरात्र के दिन हुई घटना को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में खासा आक्रोश है। एक कन्या के साथ हुई इस बर्बर घटना के बाद लोगों में गुस्सा भी है स्थानीय लोगों के अलावा दोपहर को जनप्रतिनिधि भी थाने पहुंचे और आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि जिस जगह घटना हुई है वहां पर शराब की बोतल के अलावा चप्पल और गमछा भी पुलिस को मिला है
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