3 अधिकारियों को किया गया सस्पेंड, इस कारण 5 लोगों की हुई थी मौत
अब कार्रवाई शुरू हो गई है.
आजमगढ़: उत्तर प्रदेश में चौथे चरण के मतदान से पहले हुए शराब कांड में अब कार्रवाई शुरू हो गई है. इस मामले में 3 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है. जिन अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है, उनमें आजमगढ़ के इंस्पेक्टर नीरज सिंह, एक्साइज कॉन्सटेबल सुमन कुमार पांडेय और एक्साइज कॉन्सटेबल राजेंद्र प्रताप सिंह शामिल हैं. साथ ही तीनों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू हो गई है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में जहरीली शराब पीने के चलते 7 लोगों की मौत का दावा किया गया था. हालांकि, पुलिस ने 5 ही 5 लोगों की मौत को ही कंफर्म किया था. प्रशासन ने 2 लोगों की मौत बीमारी की वजह से होना बताया था.
2 सेल्समैन और ठेका मालिक गिरफ्तार
आजमगढ़ पुलिस ने इस मामले में 2 सेल्समैन और शराब ठेके के मालिक रंगेश यादव को गिरफ्तार कर लिया है. रंगेश यादव सपा प्रत्याशी रमाकांत यादव का करीबी रिश्तेदार बताया जा रहा है. बता दें कि आजमगढ़ में अहरौला थानाक्षेत्र के माहुल कस्बे में सोमवार को सरकारी ठेके से शराब पीने से 5 लोगों की मौत हो गई थी. हालांकि, दावा किया गया था कि मरने वालों की संख्या 7 है, लेकिन पुलिस ने 2 लोगों की मौत बीमारी से दर्शाई है.
बिहार में लगातार सामने आए कई मामले
इससे पहले 27 जनवरी को बिहार के बक्सर जिले के डुमराव में जहरीली शराब पीने से 5 लोगों की मौत हो गई थी. यहां देर रात 5 लोगों की जहरीली शराब पी ली थी. गौरतलब है कि इससे पहले नालंदा जिले के सोहसराय में जहरीली शराब पीने से 11 लोगों की मौत हो गई थी. मामले के बाद सोहसराय थाने के एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया था. इसके ठीक 2 महीने पहले गोपालगंज जिले में जहरीली शराब पीने से 40 लोगों की मौत हुई थी. दो महीने पहले हुए शराबकांड के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सख्त निर्देश दिए थे कि जिस इलाके में शराब मिलेगी, उसके थानेदार तुरंत सस्पेंड होंगे. उन्होंने ये भी कहा था कि न शराब आने देंगे और न ही किसी को पीने देंगे.