नालागढ़। मंझौली स्थित मेडिकल डिवाइस पार्क में जमीन समतल कर रहे ठेकेदार से टिप्पर लगाने को लेकर एक व्यक्ति पर हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी बद्दी ने टीम का गठन कर साथ लगते राज्य से आरोपियों को धर दबोचा है। आरोपियों पर पहले से ही कई अपराधिक मामले दर्ज होने के चलते पुलिस इन्हें कोर्ट मेें पेश कर रिमांड लेने में लगी हुई है। आरोपियों की पहचान राजेंद्र उर्फ जिंदू निवासी बरूणा नालागढ़, बालकिशन निवासी कालीबड़ी नालागढ़ और मेजर सिंह निवासी कीरतपुर पंजाब के रूप में हुई है।
शनिवार को प्रैस वार्ता में एसपी मोहित चावला ने दावा किया है कि कोई गोली नहीं चली है। अभी तक गोली चलने की पुष्टि नहीं हो पाई है। इसकी जांच के लिए फोरैंसिक टीम घटनास्थल का दौरा करेगी। मौके पर 2 दर्जन से अधिक टिप्पर चालक थे। किसी ने भी गोली चलने के आवाज नहीं सुनी। उन्होंने बताया कि वहां पर काम मांगने गए 3 लोगों ने ठेकेदार के मुंशी गुरमीत सिंह के साथ मारपीट की है। इसके निशान उनके मुंह पर लगे हुए हैं। नालागढ़ में सीसीटीवी कैमरे की बदौलत आरोपी पकड़े गए हैं। इस मौके पर डीएसपी फिरोज खान व थाना प्रभारी कुलदीप शर्मा भी उपिस्थत रहे।
पुलिस को दी शिकायत में जगदीश पुत्र ज्ञान सिंह भुंतर जिला कुल्लू ने बताया कि वह डिवाइस पार्क में अपनी गाड़ी में बैठा हुआ था। इस दौरान 3 युवक आए और उसके साथ गाड़ी में बैठ गए। आरोपी राजेंद्र उर्फ जिन्दू ने कहा कि 2 गाड़ियां लगानी हैं। काम न होने के चलते मना किया तो आरोपी ने कहा कि इस हिसाब से हम तेरा काम बंद करवा देंगे। इसके बाद बंदूक निकालकर धमकाने लगा और गुरमीत के साथ मारपीट कर गोली भी चलाई। मेडिकल डिवाइस पार्क में हुई वारदात में पुलिस ने घटनास्थल से खाली खोल रिकवर किया है। हालांकि खोल मिलने के बाद भी पुलिस गोली चलने को जांच का विषय बताकर साफ इंकार कर रही है की गोली नहीं चलाई गई। पीड़ित गुरमीत ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने काम लेने के लिए बंदूक भी तानी थी और फायर किया गया जिस पर उसने भाग कर अपनी जान बचाई।