नई दिल्ली। कर्नाटक में सरकार बनाने के बाद अब राज्य कैबिनेट के विस्तार की खबरें तेज हैं. इसे लेकर कई तरह की अटकलें पहले शपथ ग्रहण समारोह से ही जारी थीं, लेकिन अब कैबिनेट विस्तार की तस्वीर बिल्कुल साफ हो गई है और इसी के साथ यह भी क्लियर हो गया है कि शनिवार को कौन-कौन से विधायक मंत्रिपद की शपथ लेने वाले हैं.
जानकारी के मुताबिक, कर्नाटक सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार शनिवार यानी 27 मई (कल) किया जाना तय होगा. खबरों के मुताबिक, इस दौरान एचके पाटिल, रहीम खान, बी सुरेश समेत 24 नेता सिद्धारमैया सरकार में मंत्री बनने जा रहे हैं. मंत्रियों की जारी हुई लिस्ट भी सामने आई है, जिसके मुताबिक शनिवार को ही इन मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी.
इन 24 विधायकों को दिलाई जाएगी शपथ
एच के पाटिल
कृष्ण बाइर गौड़ा
एन चेलन स्वामी
के वेंकटेश
एच सी महादेवप्पा
ईश्वर खांद्रे
के एन राजन्ना
दिनेश गुंडुराव
शरनाबसप्पा
शिवानंद पाटिल
आरबी तिम्मापुर
एसएस मल्लिकार्जुन
शिवराज तंगाडगी
शरण प्रकाश पाटिल
मनकलवैद्द
लक्ष्मी हेबलकर
रहीम खान
डी सुधाकर
संतोष लाड
एनएस बोस राजो
बयार्थी सुरेश
मधु बंगरप्पा
एम सी सुधाकर
बी नागेंद्र
बता दें कि सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम शिवकुमार के साथ 8 नेताओं ने 20 मई को मंत्री पद की शपथ ली थी. अभी तक न ही डिप्टी सीएम और न ही मंत्रियों को विभागों का आवंटन किया गया है. ऐसे में कर्नाटक से दिल्ली दौरे पर पहुंचे सिद्धारमैया और शिवकुमार कांग्रेस हाईकमान के साथ मिलकर मंत्रियों के विभागों का बंटवारे की रूपरेखा तैयार करने पहुंचे थे.
कर्नाटक की सत्ता में फिर से काबिज सिद्धारमैया ऐसे मंत्रिमंडल गठन करने की कवायद में हैं, जिसमें सभी समुदायों, क्षेत्रों, गुटों और नई व पुरानी पीढ़ी के विधायकों को प्रतिनिधित्व हासिल हो. सिद्धारमैया के लिए ये काफी चुनौतीपूर्ण कार्य माना जा रहा था. कर्नाटक मंत्रिमंडल में मंत्रियों की स्वीकृत संख्या 34 बताई गई थी,जिसे देखते हुए कांग्रेस के कई नेता मंत्री बनने की होड़ में शामिल थे. हालांकि अब 34 की संख्या फाइनल लिस्ट में 24 की रह गई है.
इसके पहले सिद्धारमैया के मुख्यमंत्री व डीके शिवकुमार के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के अलावा आठ और मंत्री जी.परमेश्वर, के.एच. मुनियप्पा, के.जे. जॉर्ज, एम.बी. पाटिल, सतीश जारकीहोली, प्रियंका खड़गे, रामालिमगा रेड्डी और बी.जेड. जमीर अहमद खान ने भी शपथ ली थी.
उनमें से किसी को भी अभी तक कोई पोर्टफोलियो आवंटित नहीं किया गया है. सूत्र ने कहा कि कांग्रेस को कैबिनेट आवंटन में संतुलन बनाना होगा, क्योंकि उसे विभिन्न समुदायों की मांगों को संतुलित करने की जरूरत है. राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण लिंगायत समुदाय, को कैबिनेट में अधिक स्थान मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.
कांग्रेस हाईकमान ने कैबिनेट विस्तार में सभी समुदायों के प्रतिनिधित्व को शामिल किया है. शुक्रवार को देर शाम जारी हुई लिस्ट में इसकी झलक दिखाई देती है. सामने आई लिस्ट के मुताबिक, 4 वोक्कालिगा और 5 लिंगायत समुदाय के मंत्री शामिल हैं. इनमें भी लिंगायतों के अलग-अलग वर्ग के प्रतिनिधि को शामिल किया गया है. इनके अलावा कैबिनेट में एक नामधारी रेड्डी, तीन एससी, एक एसटी और एक मोगावीरा बीसी को शामिल किया गया है. वहीं कैबिनेट में माइनोरिटी को भी जगह दी गई है. इनमें मुस्लिम माइनोरिटी, माइनोरिटी जैन तो शामिल हैं हीं, साथ ही मराठा, राजू, कुरुबा, इडीगा, ब्राह्मण समुदाय के विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है.