झारखंड। राजधानी रांची में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ नूपुर शर्मा की कथित टिप्पणी के बाद शुक्रवार को लोग सड़कों पर उतर आए थे. मेन रोड इलाके में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जुलूस निकालकर नूपुर शर्मा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी. नूपुर शर्मा का पुतला भी जलाया था. इसके बाद देखते ही देखते प्रदर्शन हिंसक हो गया था. इस हिंसा में कई लोग जख्मी भी हुए हैं. कुछ को इलाज के लिए राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में भर्ती कराया गया था. इनमें से दो की शनिवार को मौत गई है. मरने वालों में एक की पहचान मुदस्सिर उर्फ कैफी के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि गोली लगने से इनकी हालत गंभीर हो गई थी. वहीं अभी 8 जख्मी लोगों का इलाज चल रहा है. रांची के पूरे मेन रोड इलाके में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है.
प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद प्रशासन ने पहले रांची शहर के कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया था, जिसे बाद में पूरे शहर में लगा दिया गया है. कर्फ्यू के बाद लोगों ने हिंसा वाली जगहों पर कुछ लोगों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया है.
रांची में विरोध प्रदर्शन उग्र होने के बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग की. इस दौरान भीड़ ने भी जमकर पत्थरबाजी की. इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. पत्थरबाजी में पुलिस के कई जवानों को चोट लगी. बहरहाल पुलिस ने भीड़ पर काबू पाया लिया.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोगों से अपील की है कि ऐसी किसी भी गतिविधि में भाग लेने से परहेज करें. उन्होंने कहा, मुझे अचानक इस चिंताजनक (विरोध) घटना के बारे में जानकारी मिली. झारखंड की जनता हमेशा से बहुत संवेदनशील और सहनशील रही है. घबराने की जरूरत नहीं है. मैं सभी से अपील करता हूं कि ऐसी किसी भी गतिविधि में भाग लेने से परहेज करें जिससे इस तरह के और अपराध हों.