2 करोड़ की संपत्ति जब्त, पुलिस ने बाइक बोट घोटाले के मास्टरमाइंड पर की कार्रवाई

बड़ी कार्रवाई

Update: 2022-03-24 00:47 GMT

यूपी। बाइक बोट घोटाले के मास्टरमाइंड राजेश भारद्वाज की दो करोड़ रुपये की संपत्ति गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट पुलिस ने कुर्की कर दी है. नोएडा के सेक्टर 121 में क्लियो काउंटी हाउसिंग सोसायटी में उसके फ्लैट को भी जब्त कर लिया गया है. राजेश पर करीब सवा दो लाख लोगों से अरबों रुपये की ठगी करने का आरोप है. गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने बताया कि राजेश भारद्वाज ने बुलंदशहर में झांसा देकर लोगों से करोड़ों की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था.

नोएडा पुलिस ने बताया कि राजेश के फ्लैट के बाहर पुलिस ने नोटिस चस्पा कर दिया है. पुलिस ने बताया कि भारद्वाज की और संपत्ति को भी चिह्नित किया जा रहा है. मालूम हो कि पुलिस ने इससे पहले मामले में कार्रवाई करते हुए तीन करोड़ 74 लाख 92 हजार रुपये की संपत्ति को कुर्क कर दी थी. पुलिस ने बताया कि बाइक बोट घोटाले में राजेश भारद्वाज ने मुख्य आरोपी संजय भाटी के साथ मिलकर ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया था. राजेश मूल रूप से बुलंदशहर के खुर्जा कस्बे का रहने वाला है.

गर्वित इनोवेटिव प्राइवेट लिमिटेड नाम से फर्जी कंपनी बनाकर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले मुख्य अभियुक्त संजय भाटी और उसके अन्य साथियों के खिलाफ थाना दादरी में एफआईआर है. गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने इन सभी आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है. इन सभी की जमानत याचिकाएं पहले जिला न्यायालय और फिर इलाहाबाद हाईकोर्ट से खारिज हो चुकी हैं.

नोएडा पुलिस ने बाइक बोट घोटाले से जुड़े संजय भाटी, राजेश भारद्वाज, विजयपाल कसाना, हरीश कुमार, विनोद कुमार, संजय गोयल, विशाल कुमार, राजेश सिंह यादव, पुष्पेंद्र सिंह, विनोद कुमार, आदेश भाटी, सचिन भाटी, करण पाल, सुनील कुमार और पवन भाटी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है. पुलिस ने इस जालसाजी से जुड़े 11 और लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करते हुए, इन्हें भी गैंगस्टर एक्ट के तहत निरुद्ध किया है. जिन 11 आरोपियों पर गैंगस्टर तामील किया गया है, उनमें ललित कुमार, वीके शर्मा, दिनेश पांडे, सत्येंद्र सिंह, रवींद्र, रेखा, तरुण शर्मा, विदेश भाटी, बद्री नारायण तिवारी मनोज कुमार और अनिल शाह शामिल हैं.

दरअसल साल 2010 में संजय भाटी ने कंपनी की शुरुआत की और 2018 में एक बाइक बोट स्कीम लॉन्च की थी. स्कीम के तहत बाइक टैक्सी शुरू की गई. इसके तहत एक व्यक्ति से एक मुश्त 62200 रुपये का निवेश कराया गया. उसके एवज में एक साल तक 9765 रुपये देने का वादा किया गया था.

ग्रेटर नोएडा स्थित बाइक बॉट टैक्सी सेवा पर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान तथा हरियाणा समेत कई राज्यों में 2.25 लाख निवेशकों से ठगी करने का आरोप है. ग्रेटर नोएडा में गर्वित इनोवेटिव प्रोमोटर्स लिमिटेड (जीआईपीएल) कंपनी बहुस्तरीय मार्केटिंग योजना बाइक बॉट लेकर आई तथा निवेशकों को एक साल में दोगुना पैसा देने का लालच दिया. निवेश करने वालों का आरोप है कि उन्हें पैसे नहीं दिए गए. बाद में संचालक फरार हुआ तो लोगों ने मुकदमे दर्ज कराने शुरू किए.

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