महाराष्ट्र। देश में दिल का दौरा पड़ने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. वो चाहे बुजुर्ग हो या वयस्क और अब तो बच्चे भी इसकी चपेट में आने लगे हैं. ताजा मामला महाराष्ट्र से आया है. पुणे में एक 14 साल के बच्चे की मेजर हार्ट अटैक पड़ने से मौत हो गई. ये बच्चा मैदान में क्रिकेट खेलने के लिए गया था. घटना पुणे के हडसपर इलाके की है और बच्चे का नाम वेदांत धमनगांवकर बताया गया है. दरअसल, गर्मी की छुट्टियां शुरू होते ही वेदांत अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलने चला गया. उस समय अचानक से उसके सीने में दर्द हुआ तो उसने इसकी जानकारी अपने पिता को दी. उसके पिता ने उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन वहां के डॉक्टरों ने उन्हें दूसरे अस्पताल में जाने को कहा.
किसी अन्य अस्पताल पहुंचने पर वहां के डॉक्टरों ने वेदांत को मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों ने बताया कि वेदांत की मौत गंभीर दिल का दौरा पड़ने से हुई है. डॉक्टरों ने वेदांत की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई, इसकी पुष्टि की. जिस वजह से वानवडी पुलिस स्टेशन में दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया गया. महज 14 साल के लड़के की हार्ट अटैक से मौत की खबर इलाके में जंगल की आग की तरह फैल गई और हर कोई सन्न रह गया. वहीं, वेदांत की अचानक मौत होने से पूरा परिवार सदमे में है.
बच्चों को भी हार्ट अटैक का रिस्क
हार्ट में दो कोरोनरी नसें ब्लड का सर्कुलेशन करती है. इन्हीं के साथ दिल में ऑक्सीजन भी जाता है. यह दिल की मांसपेशियों को जीवित रखने के लिए बहुत ही जरूरी होता है, लेकिन जैसे ही ब्लड सर्कुलेशन अचानक से रूक जाता है. तभी दिल की मांसपेशियां क्षतिग्रस्त हो जाती हैं. ऐसी स्थिति को ही हार्ट अटैक कहा जाता है. बच्चों में दिल का दौरा बहुत कम होता है, जब तक कि दिल की मांसपेशियों की कोई गहरी बीमारी न हो. एक्सपर्ट्स की मानें तो स्वास्थ्य की स्थितियां ही बच्चों में हार्ट अटैक की संभावनाओं को बढ़ाती है.