बजट सत्र के दौरान लोकसभा में 136 प्रतिशत हुआ कामकाज, सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
नई दिल्ली: लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है यानी सदन के लिए वर्तमान बजट सत्र का समापन हो गया है। पिछले महीने 22 जुलाई से शुरू हुए इस सत्र की कार्यवाही को 12 अगस्त तक चलना था। लेकिन, इसका समापन शुक्रवार को ही कर दिया गया। 18वीं लोकसभा के इस दूसरे सत्र के दौरान हुए कामकाज का जिक्र किया जाए तो स्पीकर ओम बिरला के अनुसार, इस सत्र की कार्य उत्पादकता 136 प्रतिशत रही है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सत्र के दौरान हुए कामकाज का ब्योरा सदन में रखते हुए बताया कि इस सत्र के दौरान लोकसभा की 15 बैठकें हुई, जो 115 घंटे तक चलीं। 23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन में केंद्रीय बजट (2024-2025) पेश किया। सदन में केंद्रीय बजट पर 27 घंटे 19 मिनट तक चली चर्चा में 181 सांसदों ने भाग लिया। जिसका जवाब वित्त मंत्री ने 30 जुलाई को दिया। 5 अगस्त को बजट से संबंधित विनियोग विधेयक पारित किया गया।
स्पीकर बिरला ने आगे बताया कि इस सत्र के दौरान 12 सरकारी विधेयक पुरःस्थापित किए गए तथा 'वित्त विधेयक-2024', 'विनियोग विधेयक-2024', 'जम्मू और कश्मीर विनियोग विधेयक-2024' और 'भारतीय वायुयान विधेयक-2024' सहित कुल 4 विधेयक पारित किए गए। सत्र के दौरान 86 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिए गए। सांसदों ने अविलंबनीय लोक महत्व के 400 मामले उठाए। सदन में नियम-377 के अधीन 358 मामले उठाए गए। निदेश 73 (क) के अधीन 25 वक्तव्य, सरकारी कार्य के बारे में संसदीय कार्य मंत्री द्वारा 2 वक्तव्य और नियम-372 के अधीन मंत्रियों द्वारा तीन ‘सुओ मोटो स्टेटमेंट’ सहित कुल 30 वक्तव्य दिए गए।
सत्र के दौरान, कुल 1,345 पत्रों को सभा पटल पर रखा गया। इस सत्र के दौरान, 22 जुलाई को ओलंपिक खेलों के लिए भारत की तैयारियों के संबंध में नियम-193 के तहत एक अल्पकालिक चर्चा हुई। 31 जुलाई को देश के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन और बाढ़ के कारण जान-माल के नुकसान के विषय पर नियम-197 के अधीन एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लिया गया। सत्र के दौरान 65 गैर सरकारी विधेयक पुरःस्थापित किए गए।
गैर सरकारी सदस्यों के संकल्पों की बात करें तो देश में हवाई किराए को विनियमित करने के लिए उचित उपायों के विषय पर भी चर्चा के प्रस्ताव को स्वीकार किया गया। हालांकि, इस पर चर्चा अभी पूरी नहीं हुई। सत्र के दौरान लोकसभा ने 23 जुलाई को तंजानिया संयुक्त गणराज्य की स्पीकर एवं आईपीयू की अध्यक्ष तुलिया एक्सन का स्वागत किया। वहीं, 1 अगस्त को सदन ने जापान से आए संसदीय प्रतिनिधिमंडल का भी हार्दिक स्वागत किया।
लोकसभा स्पीकर ने सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही के सुचारू संचालन में सहयोग करने के लिए प्रधानमंत्री, संसदीय कार्य मंत्रियों, नेता प्रतिपक्ष, विभिन्न दलों के नेताओं और सांसदों के प्रति आभार भी व्यक्त किया।