उत्तराखंड में कोरोना के 1183 नए मामले, 15 मरीजों की मौत
उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 1183 संक्रमित मिले हैं
उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 1183 संक्रमित मिले हैं। जबकि 15 मरीजों की मौत हुई है। 20715 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शुक्रवार को 13 जिलों में 1183 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। देहरादून जिले में 369, हरिद्वार में 73, ऊधमसिंह नगर में 87, चमोली में 94, अल्मोड़ा में 125, रुद्रप्रयाग में 104, नैनीताल में 62, पौड़ी में 77, पिथौरागढ़ में 52, टिहरी में 43, उत्तरकाशी में 48, चंपावत में 44 और बागेश्वर जिले में 05 संक्रमित मिले हैं। कोरोना की तीसरी लहर में मृतकों की संख्या 178 हो गई है। जबकि शुक्रवार को 4186 संक्रमित स्वस्थ हुए हैं। इन्हें मिलाकर 59561 मरीजों ने संक्रमण को मात दी है।
ऋषिकेश में मिले 20 कोरोना पॉजिटिव
ऋषिकेश में 20 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। इनमें लक्ष्मणझूला के नौ, ऋषिकेश के आठ और मुनिकीरेती के तीन लोग शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सभी संक्रमितों को आइसोलेट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वहीं संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों को भी चिन्हित किया जा रहा है।
दूसरी डोज का लक्ष्य पार करने से कुछ कदम पीछे उत्तराखंड
उत्तराखंड कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज का लक्ष्य हासिल करने से कुछ कदम ही पीछे है। लक्ष्य की तुलना में अब तक 18 वर्ष से ऊपर के 92.2 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं। जबकि लक्ष्य के सापेक्ष शत प्रतिशत लोगों को पहली डोज लगाई जा चुकी है।
कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमण से बचाव के लिए कोविड टीकाकरण में तेजी आई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रतिदिन टीकाकरण के लिए महाभियान चल रहा है। वैक्सीन की पहली डोज लगाने में उत्तराखंड ने लक्ष्य के सापेक्ष शत प्रतिशत टीकाकरण कर लिया है। जबकि दूसरी डोज का लक्ष्य पार करने से कुछ कदम पीछे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में अब तक 80.67 लाख को पहली डोज लग चुकी है। जबकि 74.34 लाख को वैक्सीन की दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं।
राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ.कुलदीप मर्तोलिया का कहना है कि प्रदेश में कोविड टीकाकरण सुचारू रूप से चल रहा है। उत्तराखंड दूसरी डोज का लक्ष्य हासिल करने के करीब पहुंच गया है। कोविड वैक्सीन की डोज लगाने से वंचित लोगों को चिह्नित कर मोबाइल टीम के माध्यम से घर में भी वैक्सीन लगाई जा रही है। 60 साल से अधिक आयु के बुजुर्ग जो टीकाकरण बूथ पर जाने से असमर्थ हैं, उन्हें घर पर ही एहतियाती डोज लगाने की सुविधा दी है।