पश्चिम बंगाल में मतदान के दौरान कई जिलों में हिंसा, जिले में बूथ एजेंट की हत्या
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए हो रहे मतदान के बीच कई जिलों से हिंसा की खबरें आ रही हैं. इसी बीच उत्तर 24 परगना जिले के पीरगाछा में एक निर्दलीय उम्मीदवार के बूथ एजेंट की हत्या की खबर आई है. बताया जा रहा है कि निर्दलीय उम्मीदवार के बूथ एजेंट की हत्या के बाद ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन शुरु दिया है और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी इस हत्या के पीछे टीएमसी उम्मीदवार मुन्ना बीबी के पति का हाथ होने का आरोप लगा रहे हैं. हत्या के बाद भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है. प्रदर्शनकारियों ने पर आगजनी कर सड़क जाम कर दी है.
TNC ने अपने तीन कार्यकर्ताओं की हत्या का लगाया आरोप
उधर तृणमूल कांग्रेस ने अपने तीन कार्यकर्ताओं की हत्या का आरोप लगाया है. टीएमसी ने एक ट्वीट कर कहा है कि शनिवार को मतदान शुरु होने के बाद उनकी पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई. टीएमसी ने ट्वीट किया, "चौंकाने वाली और दुखद घटनाओं से मतदान समुदाय सदमे में है. रेजीनगर, तुफानगंज और खारग्राम में हमारी पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है और डोमकोल में दो लोग गोली लगने से घायल हो गए हैं." इसके साथ ही टीएमसी ने सुरक्षा में विफल रहने के लिए सुरक्षा बलों को आड़े हाथों लिया है.
टीएमसी ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि, "यह सब चुनाव शुरू होने से पहले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में उनकी भारी विफलता का संकेत देता है!" बता दें कि इससे पहले, कूचबिहार के सीताई में बाराविटा प्राइमरी स्कूल के एक मतदान केंद्र में कथित तौर पर तोड़फोड़ की गई और मतपत्रों में आग लगा दी गई. न्यूज एजेंसी एएनआई ने एक वायरल वीडियो शेयर किया था. जिसमें एक कमरे में धुएं और टूटी हुई कुर्सियां और मेजें बिखरी हुई दिखाई दे रही हैं. बता दें कि पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों के दौरान हिंसा की ऐसी वारदातें होना आम बात है. पिछले महीने पंचायत चुनाव की अभिसूचना जारी होने के बाद से ही राज्य में कई लोगों की हत्या और कई स्थानों पर हिंसा की ऐसी वारदातें सामने आई हैं.