कोलकाता (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के वन विभाग ने राज्य चिड़ियाघर प्राधिकरण के साथ मिलकर रॉयल बंगाल टाइगर के इलाज के लिए एक विशेष वार्ड के साथ सुंदरबन में एक सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल बनाने का फैसला लिया है।
इस अस्पताल को दक्षिण 24 परगना जिले के कैनिंग उपमंडल के अंतर्गत सुंदरबन के झारखाली टाइगर रिजर्व में बनाया जाएगा।
वन विभाग के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि प्रस्तावित अस्पताल में विभिन्न पशु और पक्षी के इलाज की सुविधा होगी।
इसकी विशेषता रॉयल बंगाल टाइगर्स का इलाज होगी, जिसके लिए एक स्पेशल वार्ड भी बनेगा। 'टाइगर रेफरल सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल' नाम से प्रस्तावित अस्पताल में ऑपरेशन थिएटर भी होंगे।
अस्पताल में एक्स-रे और अल्ट्रासोनोग्राफी मशीनों सहित अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण होंगे। इसमें जानवरों के इलाज की सुविधा के लिए विशेष हाइड्रोलिक टेबल भी होंगे। वन विभाग ने 2023 के अंत तक अस्पताल का उद्घाटन करने का लक्ष्य रखा है।
सूत्रों ने कहा कि बाघों के अलावा, सुंदरबन की नदियों में अक्सर आने वाले मगरमच्छों के इलाज के लिए एक अलग वार्ड बनाने की योजना है।
प्रस्तावित अस्पताल चार पशु चिकित्सा विशेषज्ञों और एक पशु चिकित्सक के साथ संचालित होगा। दूसरे चरण में फार्मासिस्ट और पैथोलॉजिस्ट की भर्ती होगी। समय आने पर जरूरत के मुताबिक विशेषज्ञों और सर्जनों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
वर्तमान में झारखाली टाइगर रिजर्व में अन्य जानवरों की प्रजातियों के साथ तीन बाघ और 11 मगरमच्छ हैं।