Kolkata: महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर फैसलों में आए तेजी

Update: 2024-08-31 07:24 GMT

कोलकाता Kolkata:  कांड की सारांश जांच के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया बड़ा बयान। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा Safety of women सुनिश्चित करने के लिए देश को उनके खिलाफ अपराध के मामलों में तेजी से जजमेंट की जरूरत है। इस दौरान देश के मुख्य न्यायाधीश डीवी चंद्रचूड़ सहित सर्वोच्च न्यायालय के कई बड़े न्यायाधीश मौजूद थे। बता दें कि इस मामले को सुप्रीम कोर्ट ने स्वंय: स्मारक पर ले लिया था और पश्चिम बंगाल की ममता सरकार से कई सवाल पूछे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज महिलाओं पर अत्याचार, बच्चों की सुरक्षा, समाज की गंभीर चिंता है। देश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई कठोर कानून बने हैं, लेकिन हमें इसे और सक्रिय करने की जरूरत है।" मामलों में तेजी से गिरावट, आधी आबादी को सुरक्षा का लक्ष्य ही बड़ा भरोसा।"

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना के 75वें वर्ष में आपको पूरे होने के लिए टिकटों और सिक्कों का अनावरण किया। उन्होंने सभा को खुलासा करते हुए ये बातें कही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ''न्याय में देरी को खत्म करने के लिए एक दशक के स्तर पर काम किया गया है। पिछले 10 वर्षों में देश में कई भूमिकाओं के विकास के लिए लगभग 8 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। पिछले 25 वर्ष में प्राचीन राशी पुरातात्विक वास्तुशिल्प ढांचे पर खर्च किया गया, उनका 75 प्रतिशत पिछले 10 वर्षों में ही हुआ है।"

पीएम मोदी PM Modi ने कहा, "हमारे लोकतंत्र में सुपरहीरो संविधान के संरक्षक को बनाया गया है ये आपकी एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। हम संतोष के साथ कह सकते हैं कि हमारी सुप्रीम कोर्ट, हमारी न्यायपालिका ने इस जिम्मेदारी का शुभारंभ निर्वाहन प्रयास किया है।" आज़ादी के बाद शहजादी ने राष्ट्र हित सर्वोपरि और भारत की एकता की रक्षा की, जब-जब देश की सुरक्षा का सवाल आया तब। उन्होंने कहा, "सुप्रीम कोर्ट के 75 साल में सिर्फ एक संस्था की यात्रा नहीं है। यह यात्रा भारत के संविधान और संवैधानिक सिद्धांतों की है। इस यात्रा में हमारे संविधान और न्यायिक सिद्धांतों के अनको-मानसिकों का योगदान बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें पीढ़ी दर पीढ़ी का योगदान है।" उन लाखों देशवासियों का भी योगदान है जो हर परिस्थिति में अपने सम्माननीय अडिग पर कायम हैं। देश के संविधान की 75 वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है इसलिए इस अवसर पर भी गर्व और प्रेरणा है।"

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