West Bengal वेस्ट बंगाल:सलाइन विवाद के विरोध में मिदनापुर में जुलूस निकालने के दौरान डीवाईएफआई अध्यक्ष मीनाक्षी मुखर्जी की पुलिस से तीखी नोकझोंक हो गई। पुलिस ने वामपंथी नेता मीनाक्षी मुखर्जी समेत कुल 16 लोगों के खिलाफ गैर जमानती धाराओं में मामला दर्ज किया है। मिदनापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सलाइन घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रही मीनाक्षी मुखर्जी के खिलाफ गैर जमानती धारा में मामला दर्ज किया गया है। सलाइन घटना के विरोध में शुक्रवार को डीवाईएफआई ने मिदनापुर शहर में मार्च निकाला। मीनाक्षी मुखर्जी के नेतृत्व में निकाले गए विरोध मार्च में सलाइन घटना की उचित जांच और मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की मांग की गई। विरोध मार्च मिदनापुर शहर के पंचुरच चौक से रिंग रोड होते हुए जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय परिसर पहुंचा। पुलिस ने जुलूस रोका तो जमकर हाथापाई हुई। डीवाईएफआई कार्यकर्ताओं ने पुलिस से नोकझोंक शुरू कर दी।
पुलिस ने उन पर अवैध रूप से जमा होने का आरोप लगाया। वामपंथी छात्रों व युवाओं के जुलूस को रोक दिया गया। डीवाईएफआई की ओर से पुलिस पर गाली-गलौज, हाथापाई और ईंट-पत्थर फेंकने जैसे गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं। मीनाक्षी मुखर्जी ने आज पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहा, "अन्याय के खिलाफ प्रदर्शन करने पर ही पुलिस ने हमारे खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया है। हमारे खिलाफ साजिश रची जा रही है।" गौरतलब है कि मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रसूताओं को सलाइन चढ़ाने के बाद एक-एक कर पांच महिलाएं बीमार हो गईं। एक महिला की मौत भी हो गई। तीनों बीमार महिलाओं को बाद में इलाज के लिए एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया। कथित तौर पर मेदिनीपुर मेडिकल में घटिया गुणवत्ता वाला सलाइन दिए जाने के कारण कई गर्भवती महिलाएं बीमार हो गईं। इस घटना से पूरे राज्य में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य विभाग भी काफी असहज हो गया। स्वास्थ्य विभाग ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के लिए एक विशेष टीम भी मेदिनीपुर मेडिकल भेजी।