बंगाल में मदरसा शिक्षा में भी सामने आए भ्रष्टाचार के मामले, कलकत्ता हाई कोर्ट में दायर हुए केस
स्कूल सर्विस कमीशन (एसएससी) के बाद अब प्राथमिक व मदरसा शिक्षा में भी भ्रष्टाचार के मामले सामने आए हैं। इस बाबत कलकत्ता हाई कोर्ट में कई मुकदमे दायर हुए हैं, वह भी न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय की एकल पीठ में। न्यायाधीश गंगोपाध्याय इतने दिनों तक एसएससी से जुड़े मामलों पर सुनवाई कर रहे थे। हाई कोर्ट के रोस्टर में परिवर्तन होने की वजह से वे एसएससी से जुड़े मामलों से हट गए थे और अब से प्राथमिक व मदरसा शिक्षा से संबंधित मामलों पर सुनवाई करेंगे।
रोस्टर बदलने के बाद अब न्यायाधीश गंगोपाध्याय की अदालत में प्राथमिक व मदरसा शिक्षा में भ्रष्टाचार के मामले आने शुरू हो गए हैं। रमेश माली नामक व्यक्ति ने टीईटी में नियुक्ति में धांधली की शिकायत लेकर मामला दायर किया है। उनका आरोप है कि टीईटी पास नहीं करने के बावजूद 86 लोगों को नौकरी मिली है। रमेश माली ने इससे जुड़े दस्तावेजों को नष्ट कर दिए जाने की भी आशंका जताई है। गौरतलब है कि न्यायाधीश गंगोपाध्याय ने एसएससी से जुड़े कई मामलों की सीबीआइ जांच का आदेश दिया था। इन मामलों में राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी व मौजूदा शिक्षा राज्य मंत्री परेश चंद्र अधिकारी आरोपित हैं।
न्यायाधीश गंगोपाध्याय ने मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद
न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय ने उनके अनुरोध को मानने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को धन्यवाद दिया है। उन्होंने सोमा दास नामक कैंसर पीडि़त एसएससी उम्मीदवार को शिक्षिका की नौकरी देने का सरकार से अनुरोध किया था। सोमा दास को सरकार की तरफ से नौकरी प्रदान की गई है। न्यायाधीश गंगोपाध्याय ने कहा कि उन्होंने एक अनुरोध किया था, जिसे मुख्यमंत्री ने क्रियान्वित किया है इसलिए वे उन्हें धन्यवाद देते हैं। वे इससे काफी खुश हैं।