कोलकाता में एशिया का पहला और अनोखा कैफे जहां काम करते है HIV पॉजिटिव कर्मचारी, जागरूकता के साथ रोजगार पैदा करना है उद्देश्य
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में विशेष रूप से एचआईवी पॉजिटिव कर्मचारियों द्वारा संचालित एशिया का पहला कैफे खुल गया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पश्चिम बंगाल के कोलकाता (Kolkata) में विशेष रूप से एचआईवी पॉजिटिव (HIV Positive) कर्मचारियों द्वारा संचालित एशिया का पहला कैफे खुल गया है. कैफे पॉजिटिव का उद्देश्य एचआईवी पॉजिटिव लोगों के लिए जागरूकता फैलाना और रोजागार (Employment) पैदा करना है. स्टाफ में 7 किशोर शामिल हैं, सभी एचआईवी पॉजिटिव हैं. कैफे के मालिक, कल्लोल घोष ने आनंदघर की स्थापना की, जो एनजीओ है और मानसिक स्वास्थ्य से प्रभावित बच्चों और एचआईवी पॉजिटिव लोगों के साथ काम करता है. ये फ्रैंकफर्ट में एक कैफे से प्रेरित है, जो पूरी तरह से एचआईवी पॉजिटिव लोगों द्वारा चलाया जाता था. कल्लोल घोष ने कहा कि ये बच्चे कहां जाएंगे? किशोर न्याय कानून के अनुसार कोई भी व्यक्ति 18 लाल की आयु के बाद घर में नहीं रह सकता है. घरों के बाद बच्चे कहां जाएंगे? उन्हें रोजगार की जरूरत है.