श्रद्धालुओं की संख्या को लेकर उत्तराखंड सरकार का बड़ा फैसला, चारधाम यात्रा के लिए अब तय संख्या से ज्यादा नहीं होंगे रजिस्ट्रेशन

उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा को लेकर राज्य सरकार ने बड़ा फैसला किया है.

Update: 2022-05-15 03:33 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) को लेकर राज्य सरकार ने बड़ा फैसला किया है. राज्य सरकार ने अब श्रद्धालुओं की संख्या तय करने के बाद रजिस्ट्रेशन को लेकर भी नए नियम बनाए हैं. उत्तराखंड (Uttarakhand) सरकार का कहना कि अब तय संख्या से ज्यादा रजिस्ट्रेशन नहीं होंगे और इस के लिए बनाया गया है और सॉफ्टवेयर भी तय संख्या से ज्यादा रजिस्ट्रेशन दर्ज नहीं करेगा. असल में चारधाम यात्रा को लेकर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. जिसके कारण यात्रा के दौरान अव्यवस्था देखी जा रही है.

राज्य सरकार ने साफ किया है कि अब सभी धामों के लिए उतने ही रजिस्ट्रेशन किए जाएंगे, जितने नंबर पहले से तय किए जा चुके हैं. इस नंबर के पूरा होने पर सॉफ्टवेयर स्वचालित रूप से पंजीकरण को बंद कर देगा और फिर दर्शन के लिए लोगों को अगली उपलब्ध बुकिंग तिथि का सुझाव देगा. राज्य के सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि चारों धामों में ले जाने की क्षमता को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने पंजीकरण के लिए एक निश्चित सीमा निर्धारित की है. पंजीकरण पोर्टल पर सॉफ्टवेयर तदनुसार डिजाइन किया गया है और जिन तारीखों में रजिस्ट्रेशन हुए हैं, उन तारीखों पर निर्धारित सीमा तक और रजिस्ट्रेशन नहीं हो सकते. उन्होंने कहा कि राज्य में आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं को अगली उपलब्ध तारीखों पर पंजीकरण करने की सलाह दी जाएगी.
रजिस्ट्रेशन ना होने की थी शिकायत
बताया जा रहा है कि चारधाम के लिए पंजीकरण नहीं होने के कारण पिछले कुछ दिनों से चर्चा चल रही थी और कहा जा रहा था कि रजिस्ट्रेशन पोर्टल ठीक से काम नहीं कर रहा है. इस मामले में जावलकर ने कहा कि वास्तविकता यह है कि पोर्टल को पंजीकरण की सीमा से अधिक नहीं करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसके कारण वह तय सीमा से ज्यादा पंजीकरण नहीं कर रहा है.
चारधाम में रोजाना तय की गई यात्रियों की संख्या
राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए रोजाना श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए संख्या तय की है. इसके मुताबिक बद्रीनाथ में रोजान 16 हजार श्रद्धालु ही दर्शन करेंगे. जबकि केदारनाथ में 13 हजार, गंगोत्री में 08 हजार और यमुनोत्री में 05 हजार श्रद्धालुओं को एक दिन में दर्शन करने की अनुमति होगी.
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