उत्तराखंड चुनाव 2022 : 70 विधानसभा सीटों में जांच के बाद 23 नामांकन खारिज, अब 727 के पर्चे वैध
उत्तराखंड के चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रहे 23 प्रत्याशियों के नामांकन शनिवार को विभिन्न कारणों से खारिज कर दिए गए।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तराखंड के चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रहे 23 प्रत्याशियों के नामांकन शनिवार को विभिन्न कारणों से खारिज कर दिए गए।727 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र वैध पाए गए। फिलहाल अभी उम्मीदवारों के लिए नाम वापसी का विकल्प बचा हुआ है। शनिवार को गढ़वाल मंडल के सात जिलों में 13 और कुमाऊं मंडल के छह जिलों में 10 नामांकन रद्द हुए।
निर्वाचन विभाग के मुताबिक, शुक्रवार की रात तक प्रदेश में 13 जिलों की 70 विधानसभा सीटों पर 750 उम्मीदवारों ने नामांकन कराया था। शनिवार को नामांकनों की स्क्रूटनी की गईं। स्क्रूटनी के बाद 23 उम्मीदवारों के नामांकन रद्द हो गए। टिहरी में एक नामांकन रद्द हुआ।
इसके अलावा देहरादून में तीन, हरिद्वार में चार, पौड़ी गढ़वाल में पांच, पिथौरागढ़ में एक, बागेश्वर में तीन, अल्मोड़ा में एक, चंपावत में एक और ऊधमसिंह नगर में चार नामांकन रद्द हुए। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और नैनीताल में कोई भी नामांकन रद्द नहीं हुआ। खबर लिखे जाने तक उत्तराखंड के चुनावी मैदान में 727 उम्मीदवार बचे हैं।
स्क्रूटनी के बाद किस जिले में कितने उम्मीदवार
उत्तरकाशी- 27
चमोली- 34
रुद्रप्रयाग- 27
टिहरी गढ़वाल- 43
देहरादून- 141
हरिद्वार - 127
पौड़ी गढ़वाल- 52
पिथौरागढ़- 31
बागेश्वर- 17
अल्मोड़ा- 56
चंपावत- 15
नैनीताल - 72
ऊधमसिंह नगर - 86
देहरादून में सबसे ज्यादा उम्मीदवार, धर्मपुर विधानसभा शीर्ष पर
जिलावार देखें तो देहरादून में सबसे ज्यादा उम्मीदवार हैं। यहां स्क्रूटनी के बाद 141 उम्मीदवार चुनावी मैदान में बचे हैं। देहरादून की धर्मपुर विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा 20 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं। जबकि देहरादून की ही डोईवाला सीट पर 19 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं। सबसे कम उम्मीदवारों के नजरिए से देखें तो चंपावत में 15 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं। दूसरा सबसे कम प्रत्याशियों वाला जिला बागेश्वर है, जिनमें 17 उम्मीदवार मैदान में हैं।
पौड़ी जिले में सबसे ज्यादा नामांकन हुए रद्द
पौड़ी गढ़वाल जिले की छह विधानसभा सीटों पर सबसे ज्यादा पांच नामांकन रद्द हुए। यमकेश्वर, पौड़ी, श्रीनगर, चौबट्टाखाल और कोटद्वार में एक-एक नामांकन रद्द हुआ। पिथौरागढ़, चंपावत, अल्मोड़ा में एक-एक नामांकन रद्द हुए।