Dehradun देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य की सभी ग्राम पंचायतों और निकायों के प्रतिनिधियों से आगामी स्वतंत्रता दिवस को पर्यावरण संरक्षण से जोड़कर प्रभावी और यादगार बनाने के लिए " एक पेड़ मां के नाम " अभियान से जुड़ने का आह्वान किया है। इस संबंध में उन्होंने सभी ग्राम प्रधानों को एक पत्र भी लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा कि हमारे राज्य में 7,795 ग्राम पंचायतें, 95 क्षेत्र पंचायतें और 13 जिला पंचायतें गठित हैं। 15 अगस्त 2024 को राष्ट्रीय पर्व को यादगार और प्रभावशाली बनाने के लिए एक प्रभावी ठोस योजना बनाई जानी चाहिए। पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए इस दिन हर पंचायत स्तर पर " एक पेड़ मां के नाम " को एक जनोन्मुखी अभियान के रूप में चलाया जाना चाहिए।
सीएम ने कहा कि इस दौरान अमृत सरोवर, अन्य जल स्रोतों, पंचायत कार्यालयों, स्कूलों, खेल के मैदानों या अन्य महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थानों पर वृक्षारोपण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं एवं जनसहभागिता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर एक मानद नोडल अधिकारी मनोनीत किया जाए, जो उस पंचायत का प्रधान अथवा कोई अन्य प्रतिष्ठित व्यक्ति हो सकता है तथा संबंधित के आवश्यक सहयोग के लिए ग्राम स्तरीय कार्मिक को भी अधिकृत किया जाए।
मुख्यमंत्री ने आमजन से भी अनुरोध किया है कि उपरोक्त गतिविधि को अपनी वार्षिक कार्ययोजना का हिस्सा बनाकर सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में अपना अनुकरणीय योगदान दें। इससे पहले बुधवार को 'हरियालो राजस्थान' पहल के तहत पूरे राजस्थान में ' एक पेड़ मां के नाम ' वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत हुई । राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने जोधपुर के महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए मदन दिलावर ने कहा, 'हम हर साल पेड़ लगाएंगे ताकि हम स्वस्थ रह सकें। हम पेड़ लगाने की परंपरा बनाएंगे ताकि हमारे समाज, राज्य और देश के लोग स्वस्थ रह सकें।' 'मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि वे हर साल अधिक से अधिक पेड़ लगाएं और संख्या बढ़ाने का प्रयास करें। शिक्षा मंत्री ने कहा, "हम पूरी दुनिया को संदेश देंगे कि जब देश और दुनिया खतरे में होगी तो राजस्थान के लोग आगे आएंगे और पहल करेंगे।"