रुद्रपुर। डिबडिबा बिलासपुर यूपी का रहने वाला 18 वर्षीय अरुण वर्मा और हत्यारोपी जिगरी दोस्त शक्ति कुमार पिछले दो साल से जिगरी दोस्त थे। मगर नशेड़ी दोस्त ने महज चंद रुपयों की खातिर दस मिनट के अंदर अपने दोस्त अरुण की हत्या कर दो साल की दोस्ती को खूनी खेल में बदल दिया। हत्या की कहानी सुनकर पुलिस भी एक बार हैरान रह गई।
मृतक अरुण हत्यारोपी शक्ति कुमार का गांव कीरतपुर व सुभाष नगर कुछ ही दूरी पर है और यूपी सीमा से सटा हुआ है। अरुण और शक्ति पिछले दो साल से जिगरी दोस्त थे। अरुण किसी भी प्रकार का कोई नशा नहीं करता था, लेकिन जिगरी नशेड़ी दोस्त शक्ति पर आंखें मूंद कर विश्वास करता था। 25 सितंबर की शाम को जब शक्ति बार-बार अरुण से अपनी बाइक को पांच हजार रुपये गिरवी में रखने का दबाव बना रहा था उस वक्त अरुण को एहसास भी नहीं था कि महज चंद रुपयों और नशे की पूर्ति के लिए उसका जिगरी दोस्त खौफनाक साजिश को अंजाम दे सकता है।
बताया जा रहा है कि जब अरुण ने बाइक को गिरवी रखने से इंकार किया तो शक्ति अपने दोस्तों को घर छोड़ने के बाद पुन: वापस आया और अरुण को फोन कर बुलाया और अपने साथ भगवानपुर जंगल के समीप ले गया। जहां उसने अरुण को बताया कि उसे शौच लगी है। जब अरुण ने अंधेरे जंगल में जाने से इनकार किया तो हत्यारोपी दोस्त ने उसे उकसा कर जबरन जंगल ले गया और बातों में उलझाए रहा और मौका मिलते ही उस पर बेसबॉल के बैट से 20 से 25 बार घातक वार किये। महज दस मिनट के अंदर हत्यारोपी शक्ति ने जिगरी दोस्त अरुण का कत्ल कर दिया और हत्या के खौफनाक इरादों को अपने दोस्तों तक को भनक नहीं लगने दी। बताया जा रहा है कि हत्यारोपी ने सोमवार की रात साढ़े आठ बजे के करीब हत्याकांड को अंजाम दे दिया था।