देहरादून में पिछले दिनों पकड़े गए फर्जी कॉल सेंटर मामले में बात अब काफी आगे बढ़ गई है। एसटीएफ ने इस मामले में FBI से संपर्क किया है। वहीं फर्जीवाड़े में एक मीडिया सेंटर के भी जुड़े होने की खबरें आ रहीं हैं।
आपको बता दें कि हाल ही में देहरादून में एक इंटरनेशनर कॉल सेंटर पकड़ा गया था। STF की छापेमारी में तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपए बरामद हुए थे। इसके साथ ही 14 लोगों को गिरफ्तार किया था।
STF ने इस भंडाफोड़ के बाद अपनी तफ्तीश जारी रखी है। इस मामले में एसटीएफ को मिल रही जानकारियां चौंकाने वाली हैं। एसटीएफ को इस फर्जीवाड़े की तह तक जाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट और अमेरिका की फेडरेल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन यानी FBI से संपर्क करना पड़ा है। चूंकि जिस कॉल सेंटर का फर्जीवाड़ा पकड़ा गया वो विदेश में बैठे लोगों को चूना लगाता था लिहाजा पीड़ितों से संपर्क किया जा रहा है। पैसों के ट्रांजेक्शन के बारे में भी जानकारी इकट्ठा की जा रही है। इसके साथ ही माइक्रोसॉफ्ट से भी जानकारी ली जा रही है।
वहीं इस मामले में देहरादून से चल रहे एक डिजिटल मीडिया हाउस की भूमिका भी संदिग्ध मिली है। एसटीएफ के सोर्सेज की माने तो मीडिया हाउस इस फर्जीवाड़े पर पर्दा डालने में अहम भूमिका निभाता था। इसके साथ ही पैसों का लेनदेन भी होता रहा है। हालांकि अभी इस मामले में जांच जारी है।
न सिर्फ FBI बल्कि STF ने प्रवर्तन निदेशालय (ED), आसूचना ब्यूरो (IB), रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (ROC), डिपार्टमेंट ऑफ टेक्नोलॉजी (DOT), सीजीएसटी, एसजीएसटी, राजस्व आसूचना निदेशालय (DRI) और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को भी इस फर्जीवाडे की सूचना भेजी है।
माना जा रहा है कि इस कॉलसेंटर में 200 करोड़ से अधिक का फर्जीवाड़ा किया गया है। ये रकम विदेशों के जरिए अलग अलग खातों में पहुंचाई गई और फिर उसे भारत में लाया गया। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि इसमें हवाला के जरिए भी पैसों का खेल खेला गया हो।