मृतक छात्र के पिता द्वारा लगाए गए आरोपों को कॉलेज प्रशासन ने बताया निराधार

Update: 2022-11-16 14:45 GMT

काशीपुर न्यूज़: छात्र की मौत के मामले में दूसरे दिन भी शोक में विद्यालय बंद रखा गया। वहीं इस प्रकरण में कॉलेज प्रशासन ने अपना पक्ष रखकर आरोपों को निराधार बताया है। बुधवार को भी पं. गोविंद बल्लभ पंत इंटर कॉलेज में कक्षा आठ के छात्र मोक्ष गुप्ता की मौत पर स्कूल बंद रखकर शोक व्यक्त किया गया। कॉलेज प्रशासन ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि 14 अक्टूबर को बाल दिवस के उपलक्ष में सभी कक्षाओं में बच्चों के मनोरंजन के लिए अंताक्षरी और कुछ खेल आदि प्रतियोगिताएं कराई जा रही थी। मोक्ष भी काफी खुश था और जिस शिक्षिका के ऊपर उसको पीटने का आरोप लगाया जा रहा है उस शिक्षिका द्वारा उसके साथ गीत भी गाया गया। जिस कक्षा में मोक्ष बैठा था। कक्षा में सीसीटीवी कैमरा लगा है। सुबह से लेकर 12:20 तक की रिकॉर्डिंग पुलिस प्रशासन को दे दी गई है। जिसमें यह साफ दिख रहा है कि विद्यालय में अध्यापकों द्वारा शिक्षण कार्य न कराकर विद्यार्थियों के मनोरंजन के कार्य कराए जा रहे हैं। सीसीटीवी रिकॉर्डिंग में छात्र मोक्ष गुप्ता को 12:20 पर इंटरवेल की घंटी लगने के बाद मेज के नीचे से निकलते हुए रिकॉर्डिंग में दिख रहा है। उसके बाद उसको ऊपर गैलरी में लगे कैमरे तथा मैदान में लगे कैमरे में भी मोक्ष देखा गया है।

मिड डे मील लेने के लिए मोक्ष लाइन में लगा है तभी अचानक चक्कर खाकर वह गिर जाता है। जिस अध्यापिका को उसको पीटने का आरोप लगाया जा रहा है वह अध्यापिका उस समय मिड डे मील की किचन में थी। छात्र छात्राओं द्वारा उनको उसके गिरने की सूचना दी जाती है, तो वह तुरंत 12:28 पर उसके पिता को फोन करती हैं कि मोक्ष चक्कर खाकर गिर गया है। उसके बाद उस बच्चे को चीनी खिलाकर तथा पानी पिलाकर होश में लाने का प्रयास किया गया। साथ ही उसको अस्पताल ले जाने की व्यवस्था प्रारंभ कर दी गई थीं। छात्र मोक्ष गुप्ता के पिता को 12:28 पर सूचना देने के 2 मिनट बाद ही 12:30 पर उसको विद्यालय के गेट पर लगे कैमरे पर उसके पिता के सुपुर्द करते हुए देखा जा सकता है।

मोक्ष के पिता ने यह आरोप लगाया कि जब वह स्कूल पहुंचे तब उनके पुत्र के पास कोई अध्यापक नहीं था और मेज के नीचे लेटा हुआ था तथा उसकी 2 घंटे पहले मृत्यु हो गई थी। यह आरोप निराधार है। छात्र को अस्पताल ले जाने में विद्यालय प्रशासन द्वारा कोई भी देरी नहीं की गई। उनका कहना है कि उनके पुत्र को मारा गया है। जब उन्हें छात्र सौंपा गया है उस समय वह जीवित था। इसके बाद विद्यालय ने पुलिस को सूचित कर दिया। एसपी अभय कुमार सिंह, सीओ वंदना वर्मा ने स्कूल पहुंचकर बच्चों से बात की गई तथा बच्चों ने उनको यह जानकारी दी कि मोक्ष गुप्ता अपने आप ही चक्कर खाकर गिरा था। पुलिस को सीसीटीवी की डीवीआर भी सौंप दी गई है। विद्यालय प्रबंध कार्यकारिणी की अध्यक्ष विमला गुड़िया ने कहा कि मोक्ष की आकस्मिक और प्राकृतिक हुई मृत्यु पर विद्यालय परिवार भी अत्यंत दुख में है, लेकिन मोक्ष की प्राकृतिक हुई मृत्यु को विद्यालय प्रशासन की लापरवाही बताना अत्यंत गलत है।

इसमें विद्यालय का कहीं भी कोई दोष नहीं है। प्रधानाचार्य अजय शंकर कौशिक ने कहा छात्र की मृत्यु पर समस्त स्टाफ ने अपना दुख व्यक्त किया है। समस्त स्टाफ उस बच्चे के घर जाना चाहता है, लेकिन परिस्थितियों को देखते हुए वहां जाना संभव नहीं हो पा रहा है। क्योंकि यदि वह वहां जाते हैं, तो उन पर किसी प्रकार का हमला या अन्य कार्रवाई हो सकती हैं। उन्होंने प्रशासन से घटना की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करे।

Tags:    

Similar News

-->