देहरादून न्यूज़: शिक्षक और कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन का लागू करने की मांग को लेकर राजकीय शिक्षक संघ जल्द बड़ा आंदोलन शुरू करेगा. शिक्षकों के वर्षों से लंबित प्रमोशन, सीनियरटी विवाद, यात्रावकाश सुविधा समेत सात प्रमुख मुद्दों पर सरकार के साथ सीधी बात की जाएगी.
संघ के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह चौहान ने को संघ की भावी रणनीति का खाका पेश किया. हिन्दुस्तान से बातचीत में चौहान ने कहा कि शिक्षक वर्षों से कई बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे हैं. छोटी छोटी चूकों की वजह से हजारों शिक्षकों के प्रमोशन अधर में लटके हैं. तबादलों में काउंसलिंग की व्यवस्था बंद होने से शिक्षकों को न्याय नहीं मिल पाता. यात्रावकाश की दोहरी व्यवस्था लागू है. उच्च शिक्षा में शिक्षकों को यात्रावकाश दिया जाता है जबकि विद्यालयी शिक्षा के शिक्षकों से यह सुविधा छीन ली गईं.
चौहान ने कहा कि वर्ष 2005 से पहले की भर्ती प्रक्रिया के तहत चयनित हजारों शिक्षकों को पुरानी पेंशन योजना के दायरे से बाहर कर दिया. न तो विभाग ही इन समस्याओं की ओर देख रहा है और सरकार से भी महज आश्वासन ही मिलते आ रहे हैं. समायोजित शिक्षकों की सीनियरिटी का विषय भी लंबे समय से उलझा है.