जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तराखंड में मतगणना से पहले कांग्रेस ने उत्तराखंड में राजनीतिक फील्डिंग लगा दी है ताकि किसी भी संभावित खतरे से आसानी से निपटा जा सके.उत्तराखंड में मतगणना (Uttarakhand assembly election 2022) से पहले कांग्रेस (Congress)पार्टी ने मंगलवार को पार्टी उम्मीदवारों के साथ समन्वय के लिए राज्य के 13 जिलों में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को तैनात किया. कांग्रेस पार्टी ने पार्टी सांसदों, पदाधिकारियों और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) सहित कई वरिष्ठ नेताओं को चुनाव नतीजों के बाद राज्य के सियासी हालातों के मद्देनजर उत्तराखंड भेजा है. इन नेताओं में कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, एआईसीसी त्रिपुरा प्रभारी डॉ अजॉय कुमार, एआईसीसी सचिव जरिता लियातफ्लांग, राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो गौरव वल्लभ, जीतू पटवारी, एमबी पाटिल, झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बाना गुप्ता, एआईसीसी उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव शामिल हैं.
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देहरादून पहुंचे सह प्रभारी दीपिका पांडेय सिंह और एआईसीसी पर्यवेक्षक मोहन प्रकाश और सीएम बघेल के 10 मार्च को देहरादून पहुंचने की उम्मीद है. ये नेता पार्टी उम्मीदवारों के साथ समन्वय करेंगे. विधानसभाा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद नवनिर्वाचित विधायक वरिष्ठ नेताओं के साथ भविष्य की रणनीति तय करने के लिए देहरादून पहुंचेंगे. एएनआई से बात करते हुए, मोहन प्रकाश ने कहा, "बीजेपी ने राज्यपाल की शक्तियों का उपयोग करके और पैसा खर्च करके छोटे राज्यों में बहुमत हासिल करने की कोशिश की है. वे उत्तराखंड में भी ऐसा करने की योजना बना रहे हैं. उनके विशेषज्ञ पहले ही यहां आ चुके हैं. लेकिन वे हमें सफलता नहीं मिलेगी क्योंकि हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं और हमें राज्य में पूर्ण बहुमत मिल रहा है."
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उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के एग्जिट पोल्स सोमवार को सामने आ गए. राज्य की विधानसभा में 70 सीटें हैं और किसी पार्टी को बहुमत हासिल कर सरकार बनाने के लिए इनमें से 36 सीटों पर जीत चाहिए होगी. टाइम्स नाउ वीटो के अनुसार, राज्य में इस बार कम बहुमत वाली भाजपा सरकार बन सकती है. भाजपा को इन चुनावों में 37 सीटें मिलने की उम्मीद है जबकि कांग्रेस को 31, आप को एक और अन्य को भी एक सीटें मिल सकती हैं. टाइम्स नाउ वीटो ने पूरा जोर देकर यह भविष्यवाणी की है. इसमें उन्होंने कोई मार्जिन ऑफ एरर रखा ही नहीं है. यह आंकड़े त्रिशंकु विधानसभा के बेहद करीब हैं, ऐसे में आप अटकलें लगा सकते हैं कि क्या एक बार फिर राजस्थान में रिसॉर्ट्स खचाखच भर जाएंगी (वे कभी उत्तराखंड में रिसॉर्ट्स का उपयोग क्यों नहीं करते हैं, मार्च में उत्तराखंड का मौसम बहुत अच्छा होता है और लोग भी कमाई की आस में रहते हैं) या फिर देहरादून के परेड ग्राउंड और राजपुर रोड के बीच सब कुछ ठीक ठाक रहेगा.