उधमसिंह नगर जिले के एसपी क्राइम मनोज कत्याल ने बुधवार को खटीमा कोतवाली का किया अर्धवार्षिक निरीक्षण
खटीमा: उत्तराखंड पुलिस को हाईटेक बनाने की कोशिशों पर कोई और नहीं, बल्कि विभागीय अधिकारी की पलीता लगाने में लगे हुए है. इसका खुलासा एसपी क्राइम मनोज कत्याल (SP Crime Manoj Katyal) के अर्धवार्षिक निरीक्षण में हुआ. एसपी क्राइम मनोज कत्याल बुधवार को जब अर्धवार्षिक निरीक्षण पर उधमसिंह नगर जिले की खटीमा कोतवाली में (inspection Khatima Kotwali) पहुंचे तो वहां पर आंसू गैस के गोले समेत कई हथियार और कारतूस एक्सपायरी डेट के (Expiry date tear gas shells) मिले.
ताज्जूब की बात तो यह है कि कोतवाली में तैनात कई पुलिसकर्मी तो हथियारों को खोल भी नहीं पाए. ऐसे में अदाजा लगाया जा सकता है कि उत्तराखंड की हाईटेक पुलिस किस तरह से काम कर रही है. ऐसे पुलिसकर्मियों को एसपी क्राइम ने मौके पर ही फटकार लगाई. साथ ही कोतवाल को आदेश दिया है कि एक्सपायरी हो चुके गोला बारूद की लिस्ट बनाकर मुख्यालय भेजा जाए. इस दौरान एसपी क्राइम मनोज कत्याल ने खटीमा कोतवाली में बैरिक, मैस कोतवाली भवन और कोतवाली दस्तावेजों का निरीक्षण भी किया. वहीं पुलिस अधिकारियों से कोतवाली में दर्ज मुकदमों से संबंधित आवश्यक जानकारी भी ली. एसपी कत्याल ने कोतवाली के सिपाहियों और सभी एसआई से हथियारों के रख रखाव, उन्हे चलाने व उनके बारे में तकनीकी ज्ञान की जानकारी लेना को कहा.
निरीक्षण के बाद एसपी क्राइम मनोज कत्याल ने कहा कि कोतवाली स्टाफ को जरूर दिशा-निर्देश दिए है. उन्हें हथियारों के प्रशिक्षण और जानकारी को अपडेट रहने को कहा है. पुलिस शांति व्यवस्था कायम रखने हेतु पूरी तरह अपडेट रहे.