गंगोत्री और यमुनोत्री धाम समेत हर्षिल घाटी में बर्फबारी शुरु

उत्तराखंड में कुदरत ने अपनी अलग ही नेमत बरसाई है. इसकी खूबसूरती तब और निखर जाती है, जब बर्फबारी होती है. ऐसा ही कुछ खूबसूरत नजारा प्रसिद्ध गंगोत्री और यमुनोत्री धाम समेत हर्षिल घाटी में देखने को मिल रहा है.

Update: 2021-12-06 10:40 GMT

जनता से रिश्ता। उत्तराखंड में कुदरत ने अपनी अलग ही नेमत बरसाई है. इसकी खूबसूरती तब और निखर जाती है, जब बर्फबारी होती है. ऐसा ही कुछ खूबसूरत नजारा प्रसिद्ध गंगोत्री और यमुनोत्री धाम समेत हर्षिल घाटी में देखने को मिल रहा है. जी हां, उत्तरकाशी के ऊपरी हिस्सों में जमकर बर्फबारी हो रही है. बर्फबारी के बाद नजारा ऐसा हो गया है, मानो धरती ने सफेद चादर ओढ़ ली हो. उधर, बर्फबारी ने काश्तकारों के चेहरों पर चमक भी लौटा दी है.

दरअसल, उत्तराखंड में सर्दियां अब अपने चरम पर हैं. इसी कड़ी में मौसम ने भी करवट ली है. जहां गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में दूसरी बर्फबारी (gangotri and yamunotri dham receives fresh snowfall) देखने को मिली तो वहीं हर्षिल घाटी (Harshil Valley Snowfall) के आठ गांवों समेत बड़कोट और मोरी के ऊंचाई वाले गांवों में भी हल्की बर्फबारी जारी है. बर्फबारी के बाद गंगोत्री धाम की खूबसूरत तस्वीरें सामने आई हैं. जहां गंगोत्री धाम बर्फ की सफेद चादर में लिपटा नजर आ रहा है. हर्षिल घाटी में भी बर्फबारी से नजारा देखते ही बन रहा है.

उत्तरकाशी जिले (Uttarkashi Snowfall) के निचले इलाकों में रुक-रुक कर हो रही बारिश ने ठंडक बढ़ा दी है. लोगों की ठंड के कारण दुश्वारियां बढ़ गई हैं. स्थानीय लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं. ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी तो निचले इलाकों में बारिश के कारण स्थानीय लोगों को शादी के सीजन में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
बर्फबारी के बाद अभी गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे खुले हैं. जिला प्रशासन ने मौसम (snowfall in uttarakhand today) को देखते हुए सभी विभागों को अलर्ट पर रखा है. बारिश होने से काश्तकार काफी खुश नजर आ रहे हैं. किसानों की मानें तो यह बारिश और बर्फबारी रबी के फसल के लिए फायदेमंद है. साथ ही सेब समेत अन्य फलदार पेड़ों के लिए भी इसे अच्छा माना जा रहा है.


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