तीन माह से वेतन न मिलने पर रोडवेज कर्मचारियों का आक्रोश फूट पड़ा, जानिए पूरा मामला
चुनाव आयोग की अनुमति लेकर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी
जनता से रिस्ता वेबडेस्क: तीन माह से वेतन न मिलने पर बृहस्पतिवार को रोडवेज कर्मचारियों का आक्रोश फूट पड़ा। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के बैनर तले आक्रोशित कर्मचारियों ने स्टेेशन परिसर में प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर आक्रोश जताया।
कर्मचारियों ने कहा कि परिवहन मुख्यालय और डिपो प्रबंधन की लापरवाही के कारण उन्हें समय पर वेतन नहीं मिल पा रहा है। तीन माह से वेतन न मिलने के कारण उनके परिवार की आर्थिक स्थिति दयनीय हो चुकी है। उन्होंने परिवहन मुख्यालय पर कर्मचारियों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना महामारी के दौरान कोरोना वारियर्स की भूमिका निभाने के बावजूद उनकी उपेक्षा की जा रही है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही उनका वेतन जारी नहीं हुआ तो विरोध प्रदर्शन तेज किया जाएगा। वहां पर दयाशंकर सैनी, विनीत पाठक, मनजीत कौर, चरणजीत, विजय पाल, दिनेश कुमार, योगेश, इमरान खान, प्रमोद पांडेय आदि मौजूद रहे।
चुनाव आयोग की अनुमति लेकर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी
काशीपुर। संयुक्त कर्मचारी परिषद ने वेतन की मांग के लिए चुनाव आयोग की अनुमति लेकर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है।
रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के शाखा मंत्री अनवर कमाल ने कहा कि परिवहन निगम की ओर से विशेष ऑडिट के नाम पर कर्मियों का वेतन कम किया जा रहा है। मुख्यालय से रिपोर्ट आने तक वेतन विसंगतियों को खत्म करते हुए कर्मियों को पूर्व की भांति वेतन दिया जाए।
एक ओर तो निगम वेतन में कटौती कर रहा है, दूसरी और कर्मियों को पिछले तीन माह से वेतन नहीं मिल पा रहा है। इससे उनके समक्ष परिवार का खर्च चलाने और बैंक ऋण की किस्तें जमा करने का संकट उत्पन्न हो गया है। कर्मियों को दिसंबर और जनवरी का वेतन नहीं मिला है। अब फरवरी भी समाप्ति की ओर है, लेकिन निगम प्रबंधन वेतन व्यवस्था को सुधारने की स्थिति में नहीं लगता। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द वेतन भुगतान नहीं किया गया तो चुनाव आयोग से अनुमति लेने के बाद उग्र आंदोलन किया जाएगा।