उत्तराखंड में दवाइयों के दाम 30 फीसदी तक महंगी, कच्चे माल की कमी मुख्य वजह, ये हैं नए रेट

उत्तराखंड में दवाइयों के दाम 30 फीसदी तक बढ़ गए हैं। मेडिकल स्टोर पर मिलने वाली अधिकांश दवाओं के नए बैच बढ़ी हुई कीमतों के साथ आ रहे हैं।

Update: 2022-06-29 05:23 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।  उत्तराखंड में दवाइयों के दाम 30 फीसदी तक बढ़ गए हैं। मेडिकल स्टोर पर मिलने वाली अधिकांश दवाओं के नए बैच बढ़ी हुई कीमतों के साथ आ रहे हैं। इससे मरीज और उनके परिजनों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। ड्रग मैन्यूफैक्चरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रमोद कलानी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में दवाओं का कच्चा माल लगातार महंगा हो रहा है।

रुपये के मुकाबले डालर के मजबूत होने से भी कच्चे माल की कीमतें बढ़ रही हैं। पैरासिटामोल का जो कच्चा माल पहले पांच हजार रुपये किलो था, वह अब नौ हजार रुपये किलो तक पहुंच गया है। इस वजह से कंपनियों को कुछ दवाओं की कीमतें बढ़ानी पड़ी हैं। होलसेल कैमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष नंदा ने बताया कि पिछले एक महीने से दवाओं की कीमत 10 से 30 फीसदी तक बढ़ी हैं।
इधर राज्य के ड्रग कंट्रोलर ताजबर जग्गी ने माना कि कच्चे माल की वजह से दवा निर्माता दवाओं के दाम बढ़ा रहे हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि जो शेड्यूल दवाएं प्राइस कंट्रोल के तहत आती हैं उनकी कीमतें नहीं बढ़ाई जा सकती।
दवाओं की कीमतों में इजाफा
दवा पुरानी दरें नई दरें
शुगर का इंजेक्शन (रेजोडेग) 1024 1126
शुगर का इंजेक्शन (लेंटस) 722 794
शुगर की दवा (ग्लाइकोमेट) 155 170
लीवर की दवा (यूडिलिप) 580 694
खून पतला करने की दवा (ईकोएस्प्रिन) 40 55
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