उत्तराखंड में गर्मी बढ़ने के साथ बढ़ी लोगों की परेशानियां, अस्पतालों में डायरिया-हीट स्ट्रोक मरीज 30 फीसदी तक बढ़े
अस्पतालों में डायरिया-हीट स्ट्रोक मरीज 30 फीसदी तक बढ़े
उत्तराखंड राज्य में पिछले कुछ दिनों से पड़ रही गर्मी से अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। डायरिया, हीट स्ट्रोक के मरीज बड़ी संख्या में आने की वजह से अस्पतालों की ओपीडी में 30 प्रतिशत तक का इजाफा हो गया है।
दून, ऋषिकेश में बढ़े मरीज: देहरादून के दून अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या 30 फीसदी तक बढ़ गई है। इनमें ज्यादातर मरीज उल्टी-दस्त और हीट स्ट्रोक से पीड़ित हैं। ऋषिकेश एम्स, सरकारी अस्पताल और प्राइवेट अस्पतालों में भी चालीस फीसदी तक मरीज बढ़ गए हैं।
हरिद्वार में 12, श्रीनगर में 15 फीसदी ज्यादा मरीज : हरिद्वार के अस्पतालों की ओपीडी में प्रतिदिन पचास के करीब मरीज बढ़े हैं। उधर, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के बेस अस्पताल की ओपीडी में पिछले महीने की तुलना में मरीजों की संख्या 15 प्रतिशत तक बढ़ गई है।
कुमाऊं के अस्पतालों में भी मरीज बढ़े: नैनीताल और यूएसनगर जिले के सरकारी अस्पतालों में डायरिया, वायरल फीवर, हीट स्ट्रोक की वजह से ओपीडी मरीजों की संख्या 15 प्रतिशत तक बढ़ गई है। डॉक्टरों ने बताया कि मेडिसन व बाल रोग की ओपीडी में 20 फीसदी तक मरीज डायरिया व हीट स्ट्रोक से पीड़ित आ रहे हैं।
गर्मी में तेज धूप में जाने से बचें। यदि बहुत जरूरी हो तो सिर और शरीर को ढककर रखें। खूब पानी पिएं। बासी खाना कतई न खाएं और जरा भी दिक्कत होने पर विशेषज्ञ से सलाह लेकर उपचार कराएं।
डा. नारायणजीत सिंह, एचओडी, मेडिसन, दून मेडिकल कॉलेज
गर्मियों के सीजन में डायरिया के मामले कुछ बढ़ते हैं लेकिन राज्य में हालात पूरी तरह नियंत्रण में है। लोगों से भी अपील है कि वह गर्मी से बचने के प्रयास करें और स्वास्थ्य बिगड़ने पर इलाज कराएं।
डॉ शैलजा भट्ट, स्वास्थ्य महानिदेशक