उत्थान मंच के पदाधिकारियों ने सीएम से लगाई पर्वतीय संस्कृति को बचाने की गुहार

Update: 2022-12-26 14:28 GMT

हल्द्वानी: पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर पर्वतीय संस्कृति को बचाने की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व विगत 40 वर्षों से आयोजित हो रहे उत्तरायणी महोत्सव की तैयारियों को बाधित करने की साजिश कर रहे हैं। सोमवार को पर्वतीय समाज से जुड़े लोग व मंच पदाधिकारी एसडीएम कोर्ट पहुंचे। यहां उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम मनीष कुमार को सौंपा। इस दौरान मंच अध्यक्ष डॉ. चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि पर्वतीय समाज की एकता व संस्था के प्रति लोगों की भावना से कतिपय लोगों को पीड़ा हो रही है। वह पर्वतीय समाज के साथ खिलवाड़ करते हुए इसको छिन्न-भिन्न करने पर तुले हैं।

उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल 2006 को प्रमुख सचिव एनएस नपच्याल ने पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच हल्द्वानी को धर्मशाला एवं सांस्कृतिक केंद्र के लिए भूमि आवंटन के संबंध में आदेश पारित किया था। भूमि 90 वर्षों के लिए पट्टे पर दी गई थी। विगत 40 वर्षों से मंच पर्वतीय संस्कृति से संबंधित कार्य कराता आ रहा है। लेकिन कतिपय असामाजिक तत्व प्रशासन को गुमराह कर इस पर कब्जा जमाने का प्रयास कर रहे हैं।

उन्होंने मुख्यमंत्री से जल्द मामले में कार्यवाही करने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में भुवन चंद्र जोशी, मुकेश शर्मा, देवेंद्र तोलिया, एनबी गुणवंत, एलडी पांडे, शोभा बिष्ट, मधु सांगुड़ी, विमला सांगुड़ी, त्रिलोक बनोली, हुकुम सिंह कुंवर, एडवोकेट पृथ्वी पाल सिंह रावत, एडवोकेट भुवन जोशी, हेमन्त बगड़वाल, सुशील भट्ट, चंद्र शेखर परगाई, राजेंद्र बिष्ट, मोहन पाठक, स्मित तिवारी सहित दर्जनों लोग शामिल रहे।

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