बारिश के बाद भूस्खलन बना मुसीबत, यमुनोत्री यात्रा पर दो दिन की रोक

उत्तराखंड में जारी मानसूनी बारिश से मुसीबतें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।

Update: 2022-07-31 06:01 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तराखंड में जारी मानसूनी बारिश से मुसीबतें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। यमुनोत्री हाईवे समेत 260 सड़कों पर भूस्खलन के कारण यातायात ठप हो गया। यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भडेलीगाड में 20 मीटर रास्ता ध्वस्त हो जाने से प्रशासन ने दो दिन के लिए धाम की यात्रा रोक दी है।

देवप्रयाग में अलकनंदा का जलस्तर चेतावनी का निशान पार कर चुका है। जबकि, ऋषिकेश में गंगा के उफान पर आने से तटीय इलाकों को सतर्क करने के लिए मुनादी कराई जा रही है। उधर, धारचूला में बाजार के एक हिस्से में पहाड़ी से बोल्डर गिरने के कारण 60 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है।
शनिवार को लगातार जारी बारिश के कारण बदरीनाथ मार्ग चटवापीपल, सिरोबगड़ में बंद रहा। देर शाम हाईवे को यातायात के लिए खोल दिया गया। केदारनाथ हाईवे बांसवाड़ा में मलबा आने से 11 घंटे तक बंद रहा। यमुनोत्री हाईवे डामटा और ब्रह्मखाल कुमराड़ा के पास बंद है। कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में 10 मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
धारचूला में बोल्डर गिरे: नगर के एलधारा में बीते शुक्रवार को बोल्डर गिरने से तीन मकान इसकी चपेट में आ गए। पहाड़ी से लगातार भूस्खलन और बोल्डर गिरने का खतरा होने के कारण 60 परिवारों को केएमवीएन के टीआरसी, जीआईसी के छात्रावास और जीजीआईसी के भवनों में शिफ्ट कराया गया है।
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