उत्तराखंड में खांसी,जुकाम-बुखार वालों की होगी कोविड 19 जांच
उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार ने अस्पतालों में आने वाले खांसी, जुकाम, बुखार के सभी मरीजों की कोरोना जांच करने के निर्देश दिए हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार ने अस्पतालों में आने वाले खांसी, जुकाम, बुखार के सभी मरीजों की कोरोना जांच करने के निर्देश दिए हैं। प्रभारी सचिव स्वास्थ्य और एमडी एनएचएम डॉ.आर राजेश कुमार की ओर से इसके आदेश किए गए हैं।
सभी जिलाधिकारियों को दिए गए निर्देश दिए गए हैं।
मरीजों की अधिक से अधिक जांच करने, अस्पतालों में आईसीयू, वेंटीलेटर और ऑक्सीजन प्लांट दुरुस्त रखने को कहा गया है। प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि सभी जिलाधिकारियों को कोविड मानकों और सार्वजनिक स्थानों पर मास्क के प्रयोग के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने के लिए कहा गया है।
इसके साथ ही कोरोना पॉजिटिव सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के भी निर्देश दिए गए हैं। साथ ही लोगाेंं से अपील की गई है कि वे कोविड गाइडलाइन्स का सख्ती से पालन करें ताकि प्रदेश में संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
कोरोना के 182 नए मरीज, एक की मौत
उत्तराखंड में सोमवार को कोरोना के 182 नए मरीज मिले और एक संक्रमित की मौत हो गई। 175 लोगों को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया गया जिसके बाद अब एक्टिव मरीजों की संख्या 1143 हो गई है। राज्य में कोरोना संक्रमण की दर 14.38 प्रतिशत रही।
स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार सोमवार को देहरादून में 86, नैनीताल में 51, अल्मोड़ा में आठ, बागेश्वर में दो, चम्पावत में सात, हरिद्वार में सात, पौड़ी में एक, पिथौरागढ़ में चार, टिहरी में सात, यूएस नगर में आठ और उत्तरकाशी में एक मरीज में कोरोना की पुष्टि हुई है।
श्री महंत इंद्रेश अस्पताल में इलाज करा रहे एक मरीज की मौत हो गई। जिसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमण के बाद हुई मौतों की संख्या 287 हो गई है। सोमवार को राज्य के विभिन्न अस्पतालों से 1844 मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए जबकि 1084 मरीजों की रिपोर्ट आई। राज्य में कोरोना संक्रमण की दर 15 प्रतिशत के करीब चल रही है जबकि मरीजों के ठीक होने की दर 94 प्रतिशत हो गई है।